"ग्रेटर नोएडा": अवतरणों में अंतर

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2011 की जनगणना के अनुसार ग्रेटर नोएडा की जनसंख्या 107,676 थी, जिसमें 58,662 पुरुष 49,014 स्त्रियाँ थीं। यहाँ का साक्षरता प्रतिशत 86.54 आँका गया।<ref>{{cite web| url = http://www.censusindia.gov.in/2011-prov-results/paper2/data_files/India2/Table_3_PR_UA_Citiees_1Lakh_and_Above.pdf | title = Urban Agglomerations/Cities having population 1 lakh and above |work= Provisional Population Totals, Census of India 2011 | publisher = |accessdate = 2012-07-07 | }}</ref>
 
वैसे तो यहाँ देश के प्रत्येक प्रान्त के लोग निवास करते हैं परन्तु [[वीर गुर्जर]] विरादरीबिरादरी के लोगोंलोग कीयहाँ संख्याके मेंस्थानीय भीनिवासी धीरे-धीरेहै बढोत्तरीऔर होनेउनकी संख्या यहाँ बढोत्तरी लगीमे है। ये वो लोग हैं जिनकी भूमि इस नगर के विकास हेतु भारी मुआवजा देकर सरकार द्वारा अधिगृहीत कर ली गई थी। येयहाँ लोग अबके गाँव सेअब नगर में आकर बसने लगेविकसित हैं। उन्होंने खूबसूरत कोठियाँ बना ली हैं, उनके बच्चे अब अच्छे स्कूलों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और वयस्क लोग व्यापार में अच्छा पैसा कमाने लगे हैं।
 
वैसे तो यहाँ के निवासियों में गुर्जर बहुत भारी संख्या यामे तोहै पर साथ मे उन छात्रों की है जो देश-विदेश के दूर दराज़ क्षेत्रों से यहाँ विद्याध्ययन हेतु आते हैं या फिर मजदूरों की है जो भवन निर्माण के लिए बिल्डरों द्वारा यहाँ पर काम करने के लिए लाये गए हैं। यहाँ पर अवकाश प्राप्त सरकारी व गैर सरकारी लोगों ने भी अपने लिए छोटा मोटा आशियाना बना लिया है जहाँ वे अपने परिवार के साथ रहने लगे हैं।
 
नोएडा के विकास की योजना से सीख लेकर ग्रेटर नोएडा का मूलभूत ढाँचा सोच समझकर बनाया गया और अगले बीस-पच्चीस वर्ष की आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखा गया। योजनाबद्ध विकास से आज ग्रेटर नोएडा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है। अब तो गौतमबुद्ध जिले के तमाम प्रशासनिक कार्यालय भी ग्रेटर नोएडा में ही स्थापित हो चुके हैं।