"गति (भौतिकी)": अवतरणों में अंतर

No edit summary
No edit summary
पंक्ति 2:
यदि कोई वस्तु अन्य वस्तुओं की तुलना में समय के सापेक्ष में स्थान परिवर्तन करती है, तो वस्तु की इस अवस्था को '''गति''' (motion/मोशन) कहा जाता है।
 
सामान्य शब्दों में गति का अर्थ - वास्तु की स्थिति में परिवर्तन गति कहलाती है।
==परिभाषाएँ==
'''दूरी''' (distance): किसी दिए गए समयान्तराल में वस्तु द्वारा तय किए गए मार्ग की लंबाई को दूरी कहते हैं। यह एक अदिश राशि है। यह सदैव धनात्मक (+ve) होती हैं।
Line 16 ⟶ 17:
{{reflist}}
{{Physics-footer}}
 
गति के प्रकार
1.स्पंदन(vibrating)-
दो बिन्दुओं के मध्य सरल रेखा में गति
 
2.दोलन गति- (oscillation)
गुरुत्वाकर्षण बल के करण गति
उदाहरण - पेंडुलम
 
3.घूरण या चक्रीय गति
जब कोई वास्तु चक्रीय अवस्था में घूमती है उसे घूरण कहते हैं ।
 
4.वृत्तिय गति - cicular motion
उदाहरण - प्रथ्वी का सूर्य के चक्कर लगाना
 
5.सरल रेखा में गति -
उदाहरण- गाड़ी का सड़क पर भागना