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== पलामू राष्ट्रीय अभयारण्य ==
{{main|पालामूपालामऊ व्याघ्र आरक्षित वन}}
पलामू में ही राष्ट्रीय ख्याति का [[पालामूपालामऊ व्याघ्र आरक्षित वन|पलामू राष्ट्रीय अभ्यारण्यअभयारण्य]] भी स्थित है। अभ्यारण्य लगभग 250 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह १९७४ में बाघ परियोजना के अंतर्गत गठित प्रथम ९ बाघ आरक्षों में से एक है। पलामू व्याघ्र आरक्ष १,०२६ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें पलामू वन्यजीव अभयारण्य का क्षेत्रफल 980 वर्ग किलोमीटर है। अभयारण्य के कोर क्षेत्र 226 वर्ग किलोमीटर को बेतला राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया गया है। पलामू आरक्ष के मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं बाघ, हाथी, तेंदुआ, गौर, सांभर और चीतल।
 
पलामू ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। [[भारतीय स्वतन्त्रता का प्रथम संग्राम|सन १८५७ की क्रांति]] में पलामू ने अहम भूमिका निभाई थी। चेरो राजाओं द्वारा निर्मित दो किलों के खंडहर पलामू व्याघ्र आरक्ष में विद्यमान हैं। पलामू में कई प्रकार के वन पाए जाते हैं, जैसे शुष्क मिश्रित वन, साल के वन और बांस के झुरमुट, जिनमें सैकड़ों वन्य जीव रहते हैं। पलामू के वन तीन नदियों के जलग्रहण क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये नदियां हैं उत्तर कोयल औरंगा और बूढ़ा। २०० से अधिक गांव पलामू व्याघ्र आरक्ष पर आर्थिक दृष्टि से निर्भर हैं। इन गांवों की मुख्य आबादी जनजातीय है। इन गांवों में लगभग १,००,००० लोग रहते हैं। पलामू के खूबसूरत वन, घाटियां और पहाड़ियां तथा वहां के शानदार जीव-जंतु बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
 
इस [[अभ्यारण्य]] तक पहुँचने के लिए [[भारतीय रेल]] द्वारा [[रांची]] स्टेशन से जाया जा सकता है। सबसे नजदीकी [[हवाई अड्डा]] [[रांची]] है।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/पलामू" से प्राप्त