"वराह मिहिर": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
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अपनी पुस्तक के बारे में वराहमिहिर कहते है:
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यह कोरी शेखी नहीं थी। इस पुस्तक को अब भी ग्रन्थरत्न समझा जाता है।
; कृतियों की सूची
* पंचसिद्धान्तिका,
* [[बृहज्जातकम्]],
* [[लघुजातक]],
* [[बृहत्संहिता]]
* टिकनिकयात्रा
* बृहद्यात्रा या महायात्रा
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