"न्यूटन का सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त": अवतरणों में अंतर

छो 122.168.202.157 (Talk) के संपादनों को हटाकर Sanjeev bot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत...
छो बोट: (.),(|), व (।) सुधार
पंक्ति 71:
अर्थात
 
D = 3m’/4p r d2 D (W/f)..................(८)
 
इस समीकरण में G नहीं आता। अत: अन्य राशियाँ ज्ञात रहने पर
पंक्ति 114:
पृथ्वी की संहति
 
M m’ (w’/w, r2/d2).......................................................(15)
 
इस समीकरण से पृथ्वी की संहति M ज्ञात हो जायगी और इस मान को समीकरण (१२) में रखने पर G का मान ज्ञात किया जा सकता है। G का मान दूसरी विधि से भी ज्ञात किया जा सकता है। हम जानते हैं कि