"श्राद्ध": अवतरणों में अंतर
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श्राद्ध करने वाला व्यक्ति पापों से मुक्त हो परमगति को प्राप्त करता है। योगेन्द्र नारायण शास्त्री जी ने मनु स्मृति का हवाला देते हुए बताया कि श्राद्ध से संतुष्ट होकर पित्तरगण श्राद्ध करने वालों को दीर्घायु, धन, सुख और मोक्ष प्रदान करते हैं।
श्राद्ध करने की इच्छा से पुत्र को गया में आया देखकर पितरों के लिए आनन्दोत्सव होता है, तात्पर्य ये है कि जैसे उत्सव में हर्षोल्लास तथा आनंद होता है, वैसे हीं पितर भी खुशियाँ मानते हैं ।
== श्राद्ध ना करने से हानि ==
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