"आदमी और इंसान": अवतरणों में अंतर
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==संक्षेप==
मुनीश और जयकिशन दो गहरे मित्र है और एक ही लड़की मीना से प्यार करते है लेकिन दुर्भाग्यवश गलतफहमी के कारण दोनों एक-दूसरे के शत्रु बन जाते है। मुनिश एक जांच अधिकारी के तौर पर जस्टिस बीएन देसाई के कत्ल की जांच-पडताल में जयकिशन का हाथ पाता है। तब वह अपने दोस्त को बचाने के लिए खुद की कुर्बानी देना चाहता है लेकिन अंत में जयकिशन सारी सच्चाई जानने के बाद अदालत में अपना जुर्म कबूल कर लेता है
==चरित्र==
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| [[पूनम सिन्हा]] || रेणु मेहरा
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| [[रूपेश कुमार]] ||
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| [[रंधावा (पहलवान)|रंधावा]] || शंकर
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| [[अजीत]] || कुंदनलाल
पंक्ति 76:
| [[गजानन जागीरदार]] || न्यायाधीश
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पंक्ति 94:
| 5 || ओ यारा दिलदारा || महेन्द्र कपूर, बलबीर, जोगिन्द्र
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| 6 || इतनी जल्दी न
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| 7 || ज़िन्दगी इत्तेफ़ाक
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| 8 || ज़िन्दगी के कई रंग रे साथी || लता मंगेश्कर
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