"अहिच्छत्र": अवतरणों में अंतर
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[[महाभारत]] के अनुसार '''अहिछत्र''' ('सर्पों का छत्र') [[पाञ्चाल|उत्तर पांचाल]] की राजधानी था। सबसे प्राचीन लेख में '''अधिच्छत्र''' मिलता है।
[[File:Ahichchhatra Fort Temple Bareilly.jpg|thumb|250px| 'अहिछत्र' उत्तरी पंचाल की प्राचीन राजधानी थी और एक उत्तरी भारतीय राज्य भी है जिस्का उल्लेख महाभारत में किय गया है। इस शहर के अवशेष रामनगर में खोज की गई है , जो भारत के उत्तर प्रदेश में बरेली जिले में स्थित एक गांव है।]]▼
== परिचय ==
▲[[File:Ahichchhatra Fort Temple Bareilly.jpg|thumb|250px| 'अहिछत्र' उत्तरी पंचाल की प्राचीन राजधानी थी और एक उत्तरी भारतीय राज्य भी है जिस्का उल्लेख महाभारत में किय गया है। इस शहर के अवशेष रामनगर में खोज की गई है , जो भारत के उत्तर प्रदेश में बरेली जिले में स्थित एक गांव है।]]
[[उत्तर प्रदेश]] के [[बरेली]] जिले के आँवला स्टेशन से कोई १० किमी उत्तर प्राचीन अहिच्छत्र के अवशेष आज भी वर्तमान हैं। इनमें कोई तीन मील के त्रिकाणाकार घेरे में ईटों की किलेबंदी के भीतर बहुत से ऊँचे-ऊँचे टीले हैं। सबसे ऊँचा टीला ७५ फुट का है। कर्निघम ने सबसे पहले वहाँ कुछ खुदाई कराई और बाद में फ्यूरर ने उसका अनुसरण किया। १९४०-४४ में यहाँ चुने हुए स्थानों की खुदाई हुई जिसमें भूरी मिट्टी के ठीकरे मिले। महाभारतकाल का तो कोई प्रमाण यहाँ नहीं मिला, पर शुंग, कुषाण और गुप्तकाल की अनेक मुद्राएँ, पत्थर और मिट्टी की मूर्तियाँ मिलीं। बाद के काल के रहने के स्थान, सड़कें और मंदिरों के अवशेष भी मिले हैं।
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