"मिश्र बंधु": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Lucknow places.jpg|अंगूठाकार|मिश्रबंधुओ का बाल्यस्थल।]]
'''मिश्रबंधु''' नाम के तीन सहोदर भाई थे, गणेशबिहारी, श्यामबिहारी और शुकदेवबिहारी। ग्रंथ ही नहीं एक छंद तक की रचना भी तीनों जुटकर करते थे। इसलिये प्रत्येक की रचनाओं का पार्थक्य करना कठिन है।