"आरा नागरी प्रचारिणी सभा": अवतरणों में अंतर

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[[File:Eastern Nagari Manuscript.jpg|thumb|Eastern Nagari Manuscript|350px|पूर्वी नागरी पांडुलिपिा]]
ब्रिटिश हुकूमत में जब [[हिन्दी]] की उपेक्षा की जा रही थी तब [[नागरी लिपि]] के प्रचार और [[हिन्दी साहित्य]] के विस्तार के लिए उतर भारत में दो स्थानों पर नागरी प्रचारिणी सभा की स्थापना की गयी। एक [[काशी]] ([[उत्तर प्रदेश]]) और दूसरा [[आरा]] ([[बिहार]]) में।