"कुंभ एवं अर्धकुंभ मेला, हरिद्वार": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Kumbh ka mela.png|thumb|Kumbh ka mela|BBPS|350px| कुम्भ काएवं अर्धकुंभ मेला, हरिद्वार।]]
 
[[उत्तराखण्ड]] के चारों धामों, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री के लिये प्रवेश द्वार के रूप में प्रसिद्ध हरिद्वार ज्योतिष गणना के आधार पर ग्रह नक्षत्रों के विशेष स्थितियों में हर बारहवें वर्ष कुम्भ के मेले का आयोजन किया जाता है। मेष राशि में सूर्य और कुम्भ राशि में बृहस्पति होने से हरिद्वार में कुम्भ का योग बनता है।