"काठमाण्डु": अवतरणों में अंतर

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अपनी सादगी के बावजूद यह मंदिर काठमांडू में भगवान गणेश का मुख्य मंदिर है। यह कष्टमंडप के पीछे स्थित है। यहां होने वाले धार्मिक अनुष्ठान राज्याभिषेक समारोह का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं इस मंदिर के बार में माना जाता है कि इसकी स्थापना गुंडकाम देव ने 10वीं शताब्दी में की थी। लेकिन इसका वर्तमान ढांचा 19वीं शताब्दी के मध्य में बना है। गणेश जी की पाषाण प्रतिमा अशोक के वृक्ष की स्वर्ण प्रतिलिपि के नीचे स्थित है। पहले अशोक का पेड़ पूर मंदिर को घेर हुए था और इसी के नाम पर इस मंदिर का नाम रखा गया।
 
=== हनुमान धोकाढाेका (हनुमद् द्वार) ===
देगूताले मंदिर और तालेतू मंदिर के बीच एक खुली जगह है जिसे हनुमान धोकाढाेका कहा जाता है। इसका नाम हनुमानहनुमान् जी के नाम पर रखा गया था जो महल मल्लामल्ल राजा अपना ईष्टइष्ट देव मानते थे। 1672 में प्रताप मल्लामल्ल के शासक काल के दौरान हनुमानहनुमान् जी की प्रतिमा द्वार के सामने लगाई गई थी ताकि बुरी आत्माएं और बीमारियां प्रवेश न कर सकें। सैकड़ों साल बाद भी यह प्रतिमा अपने रूप का प्रभाव कायम रखे हुए है।
 
=== जगन्नाथ मंदिर ===