"सूक्त": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
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नवम मण्डल से सम्बद्ध सोम ऋग्वेद का प्रमुख देवता है। ऋग्वेदनुसार सोम एक वनस्पति थी जो मुञ्जवान पर्वत पर पैदा होती थी। इसका रस अत्यधिक शक्तिशाली एवं स्फूर्तिदायक था। सोमरस इन्द्र का प्रियपेय पदार्थ था सोमरस का पान करके ही उसने वृत्र का वध किया था। सोमरस देवताओं को अमरत्व प्रदान करता है। सोम का वास्तविक निवास स्थान स्वर्ग ही है। श्येन द्वारा पृथ्वी पर औषधि के रूप में लाया गया है। ऋग्वेद में सोम को त्रिषधस्थ, विश्वजित्, अमरउद्दीपक, अघशंस, स्वर्वित्, पवमान आदि विशेषण मिलते हैं।
[[श्रेणी:वेद]]
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