"सूक्त": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
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:''यः पृथिवीं व्यथमानामंदृहद् यः पर्वतान् प्रकुपितां अरम्णात्।
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ऋग्वेद में इन्द्र को वज्री, वज्रबाहु , शचीपति,शतक्रतु, मत्वान्, दस्योहन्ति, शिप्री, हरिशमश्रु, मनस्वान्, वसुपति, तुविष्मान् आदि नामों से जाना जाता है।
==रुद्र सूक्त==
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