"ब्रिटिश राजसत्ता का अनुक्रम": अवतरणों में अंतर
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सिंघासन पर उत्तराधिकार, विभिन्न ऐतिहासिक संविधिओं द्वारा अनुशासित है, जिनमें [[बिल ऑफ़ राइट्स, १६८९]], [[ऍक्ट ऑफ़ सेटलमेंट, १७०१]] और [[ऍक्ट ऑफ़ यूनियन, १७०७]] शामिल हैं। तथा, [[राष्ट्रमण्डल|राष्ट्रमण्डल प्रदेशों]] के बीच का संबंध इस प्रकार का है की उत्तराधिकार को अनुशासित करने वाले किसी भी विधान का सारे देशों की एकमत स्वीकृति आवश्यक है। उत्तराधिकार संबंधित नियम केवल संसदीय अधिनियम द्वारा परिवर्तित किये जा सकते हैं, सिंघासन का कोई उत्तराधिकारी, स्वेच्छा से अपना उत्तराधिकार त्याग नहीं कर सकता है। सिंघासन पर विराजमान होने के पश्चात एक व्यक्ति अपने निधन तक राज करता है। इतिहास में एकमात्र स्वैछिक पदत्याग, १९३६ में [[एडवर्ड अष्टम]] ने किया था, जिसे संसद के विशेष अधिनियम द्वारा वैध क़रारा गया था। अंतिम बार जब किसी शासक को अनैच्छिक रूप से निष्काषित किया गया था, वो था १६८८ में जेम्स सप्तम और द्वितीय जिन्हें [[ग्लोरियस रेवोल्यूशन]](गौरवशाली क्रांति) के समय निष्काषित किया गया था।
[[ऍक्ट ऑफ़ सेटलमेंट, १७०१]], उत्तराधिकार को [[ हॅनोवर की एलेक्ट्रेस, सोफ़िया]](१६३०-१७१४), जो [[जेम्स प्रथम]] की एक पोती थी, के "वैध [[प्रोटेस्टेंट]] वंशजों" तक सीमित करता है। अतः [[ब्रिटिश राजपरिवार|राजपरिवार]] का कोई भी कैथलिक सदस्य कभी भी सिंघासन को उत्तरिधिकृत नहीं कर सकता है। एक शासी शासक के निधन पर स्वयमेव ही, राजपाठ, उसके आसन्न वारिस के पास चला जाता है, अतः सैद्धांतिक रूप से, सिंघासन एक क्षण के लिए भी खली नहीं रहता है। तथा उत्तराधिकार को सार्वजनिक रूप से [[उत्तराधिकार परिषद्]] द्वारा घोषित की जाती है। अतः अंग्रेजी परंपरा के अनुसार शासक के उत्तराधिकार को वैध होने के लिए राज्याभिषेक होना आवश्यक नहीं है। अतः आम तौर पर राज्याभिषेक उत्तराधिकार के कुछ महीने बाद होता है(ताकि आवश्यक तैयारी और शोक के लिए समय मिल सके)। नए शासक के राज्याभिषेक की परंपरा [[वेस्टमिंस्टर ऐबे]] में [[कैंटरबरी के आर्चबिशप]] द्वारा किया जाता है।
===उत्तराधिकारी के लिंग और घर्म संबंधित विधान===
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