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=== सरल से जटिल: एक आणुविक परिप्रेक्ष्य ===
 
आधूनिक [[संश्लेषिक रासायनशास्त्र|<span title="Synthetic Chemistry">संश्लेषिक रासायनशास्त्र</span>]] आज वहाँ तक पहुँच चुका है कि चोटेछोटे [[अणु|अणुओं]] से बडे ढाँचें की संरचना की जा सकती है। आज इन पद्यतियां से अनेकों प्रकार के उपयोगी रसायन बनाये जा रहे हैं, जैसे की [[दवा|<span title="pharmaceuticals">दवायें</span>]] और वाणिज्यिक उपयोगी [[बहुलक|<span title="polymers">बहुलक</span>]]। [[विशाल अणुकणिका रासायन शास्त]] या/और [[आणुविक स्वय-संयोजन]] इसे एक कदम आगे ले जाता है - एक-एक कर अणुओं को पुनर्निधारित आकारों में सहेज कर विशाल अणुकणिकाओं की संरचना करके।
 
अधिकांश लाभदायक ढांचों के निर्माण नही हो पा रहा है क्योंकि इसके लिये ज़रूरत पडती है जटिल और [[उष्मागतिकी|<span title="Thermodynamics">उष्मागतिकी</span>]] के सिधांतों के परे अणुओं के असम्भव संरचनाओं की। इसके बावज़ूद प्रकृति में कई ऐसे उदाहरण हैं, जैसे कि [[जेम्स डी. वाटसन|जेम्स वॉट्स्न]] और [[फ्रैन्सिस क्रिक]] द्वारा व्याख्यित [[बेस पैर|<span title="Watson-Crick basepair">बेस पैर</span>]] और [[किण्वक|<span title="Enzyme">किण्वक</span>]]-[[विकृत्य (जीव रसायन)|<span title="Substrate">विकृत्य</span>]] अन्योन्यक्रियें। नैनोतकनीक कि चुनौती है प्रकृति के इन सिधांतों का प्रयोग करने की।