"जैसलमेर": अवतरणों में अंतर

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यहाँ जैन धर्म की श्वेताम्बर शाखा ने इतनी अधिक प्रसिद्धि प्राप्त की थी कि कालांतर में श्वेताम्बर पंथी जैन समाज के लिये जैसलंमेर एक तीर्थ स्थल बन गया।
 
==अन्य==
{{श्री भादरिया माता मंदिर }}
श्री भादरिया ,यह जैसलमेर जिले से ७० किलोमीटर पूर्व में स्थित एक छोटा सा गांव है। यहाँ पर भाटी वंश राजपूतो कि कुलदेवी स्वांगिया माता का मंदिर है , जो कि शक्ति का प्रतीक है। यह नागर शैली का एक भव्य मंदिर है। और यहाँ पर स्थित पुस्तकालय विश्व के सबसे बड़े पुस्तकालयो में से एक है। इसके अलावा यहाँ पर एक बहुत बड़ी गोशाला है , जिसमें लगभग १५ से २० हजार गाय है। पुस्तकालय व गोशाला का निर्माण ब्र्ह्मलीन संत हरवंश सिंह निर्मल द्वारा कराया गया है।