"मिशेल ओबामा": अवतरणों में अंतर

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==शिक्षा==
मिशेल छात्रोंअपने कीअध्ययन काल मे पॉलिटक्सछात्र-राजनीति में काफी चुस्तसक्रिय थीं। खासतौर पर नस्भेदनस्लभेद को लेकर उनके विचार काफी क्रांतिकारी हैं। वह अपने दिदिल में कोई बात छिपा कर नहीं रखती। जो सच्चाई होती है, वह सबके सामने बता देती हैं। उनकी बातों में मजाक और व्यंग्य की तल्खी भी महसूस की जा सकती है। कुछ लोग उन्हें 'एंग्री यंग 'लेडी' तक कहते हैं। जब बराक को पहीपहली बार इनिलोसइलिनॉइस से सीनेटर चुना गया, तो उनका कहना था, 'मुझे पता है कि बराक एक न एक दिन कुछ ऐसा जरूर करेंगे, जिससे सारे देश की निगाहें उन पर टिक जाएंगी।'
 
==पत्नी रूप में==
जहां पहले महिलाएं बैक फुट पर रहकर या परदे के पीछे से अपने जीवन-साथी की मदद करती थीं मिशेल ने फ्रंट फुट पर आकर यह काम बड़ी खूबसूरती से किया। मजेदार बात यह है कि बराक के चुनाव अभियान में जोशीले अंदाज में भाग लेने के लिए उन्होंने एक मीठी सी शर्त रखी थी कि अगर बराक सिगरेट पीना छोड़ देगे तो वह न सिर्फ उनके चुनाव अभियान में ही भाग लेगी, बल्कि उन्हें राष्ट्रपति बनवाकर ही दम लेंगी। वैसे, मिशेल ओबामा को उनके अजीज तरह-तरह के नामों से जानते हैं। ग्लैमर वाइफ, मम इन चीफ, नेक्सट जैकी कैनडी जैसे नाम मिशेल के शुभचिंतकों ने ही उन्हें दिए हैं। वह न केवल अपने पति के सुख-दुख में उनका साथ पूरी तरह निभाती हैं, बल्कि कार्यरत होने के बावजूद बच्चों की जरूरतों का पूरा ख्याल रखती हैं। पेशे से वह वकील हैं, लिहाजा उनके पास तर्को की कोई कमी नहीं है। वह पूरी तरह से हाजिर जवाब हैं। उनकी इसी खासियत ने उन्हें प्रभावशाली तरीके से अपनी पति का चुनाव प्रचार संभालने में मदद की। मिशेल की मेहनत तब रंग लाई, जब 4 नवंबर को ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में वाइट हाउस पर दस्तक दी।