"भारत-पाकिस्तान सम्बन्ध": अवतरणों में अंतर

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* भारत सरकार ने कूटनीतिक स्तर पर विश्वभर में पाकिस्तान को अलग थलग करने की मुहिम छेड़ दी।
* संयुक्त राष्ट्र में भारत की विदेश मंत्री ने आतंक का पोषण करने वाले देशौं की निंदा की। पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में कहा कि कश्मीर छीनने का सपना पूरा नहीं होगा।
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान 'खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते' के साथ ही भारत ने [[सिंधु जल संधि]] की समीक्षा शुरु कर दी। पाकिस्तान ने इसे युद्ध की कार्यवाही बताया<ref name="खबर-३">{{cite web | url=http://khabar.ndtv.com/news/world/india-opting-out-of-indus-waters-treaty-would-be-act-of-war-says-pakistan-1467296 | title=सिंधु जल समझौते के उल्लंघन को 'युद्ध के लिए उकसाने' के तौर पर लिया जाएगा : पाकिस्तान | accessdate=29 सितंबर 2016}}</ref>, और भारत के खिलाफ परमाणु हथियारों के उपयोग की धमकी दी। संधि रद्द होने के डर से पाकिस्तान ने विश्व बैंक का दरवाज़ा खटखटाया।<ref name="खबर-४">{{cite web | url=http://khabar.ndtv.com/news/world/pakistan-approaches-world-bank-over-indus-waters-treaty-1467311 | title=सिंधु जल संधि के मसले पर पाकिस्तान ने विश्व बैंक का रुख किया | accessdate=29 सितंबर 2016}}</ref>
* भारत ने नवंबर २०१६ में इस्लामाबाद में होने वाले [[दक्षेस]] शिखर सम्मेलन का बहिष्कार करने की घोषणा की। बांग्लादेश, अफगानिस्तान व भूटान ने भी भारत का समर्थन करते हुए बहिष्कार की घोषणा की।<ref name="खबर-१">{{cite web | url=http://khabar.ndtv.com/news/india/pakistan-isolated-after-india-3-more-nations-pull-out-of-saarc-summit-1467370 | title=पाकिस्तान पड़ा अलग-थलग - भारत के बाद तीन और देशों ने किया सार्क सम्मेलन में शिरकत से इंकार | publisher=एनडीटीवी खबर | accessdate=29 सितंबर 2016}}</ref>
* भारत ने पाकिस्तान को दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन के दर्जे पार पुनर्विचार की घोषणा की।<ref name="खबर-२">{{cite web | url=http://khabar.ndtv.com/news/india/pm-modi-to-review-most-favoured-nation-status-to-pakistan-sources-1466948 | title=पाकिस्तान को दिए 'सबसे तरजीही मुल्क' के दर्जे पर पुनर्विचार करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी | accessdate=29 सितंबर 2016}}</ref>