"पीर पंजाल पर्वतमाला": अवतरणों में अंतर

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* सिंथन दर्रा (Sinthan pass) - यह जम्मू के पश्चिमी भाग और [[कश्मीर घाटी]] को जम्मू विभाग के पूर्वी भाग (जिसमें [[किश्तवार]] स्थित है) से जोड़ता है।
* पीर की गली (Pir ki Gali) - यह लगभग ११,५०० फ़ुट ऊँचा दर्रा कश्मीर घाटी को [[राजौरी]] और [[पुंछ]] से जोड़ता है। यह ऐतिहासिक मुग़ल मार्ग पर स्थित है और उस मार्ग का सबसे ऊँचा बिन्दु है। [[आगरा]] और [[दिल्ली]] से कश्मीर जाते हुए [[मुग़ल सम्राट]] इसी मार्ग का प्रयोग करते थे। कश्मीर का दक्षिण-पश्चिमी [[शुपियाँ]] नगर इस से सब से समीपी शहर है और अपनी [[सेब]] की पैदावार के लिए प्रसिद्ध है।
* [[हाजी पीर दर्रा]] - यह २,६३७ मीटर (८,६५२ फ़ुट) ऊँचा दर्रा पीर पंजाल पर्वतमाला के पश्चिमी छोर पर पुंछ और [[उड़ी, जम्मू-कश्मीर|उड़ी]] को जोड़ता है। १९४८ में पाकिस्तान के इसपर क़ब्ज़ा कर लिया था लेकिन [[१९६५ के भारत-पाक युद्ध]] में भारतीय सेना ने इसे वापस ले लिया था। [[ताशकन्द समझौते]] के अन्तर्गत पाकिस्तान से सम्बन्ध सुधारने के लिए भारत ने इसे लौटा दिया।
* [[रोहतांग दर्रा|रोहतांग ला]] - ३,९७८ मीटर (१३,०५१ फ़ुट) ऊँचा यह दर्रा पंजाल पर्वतमाला के पूर्वी छोर पर कुल्लु घाटी में स्थित [[मनाली]] को लाहौल घाटी में स्थित [[केलांग]] से जोड़ता है।