"किर्गिज़ भाषा": अवतरणों में अंतर

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किर्गिज़ भाषा [[किर्गिज़स्तान]], [[चीन]], [[अफ़गानिस्तान]], [[कज़ाख़िस्तान]], [[ताजिकिस्तान]], [[तुर्की]], [[उज़्बेकिस्तान]], [[पाकिस्तान]] और [[रूस]] में करीबन 40 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है। किर्गिज़ २०वीं शताब्दी तक मूलतः संशोधित [[अरबी-फ़ारसी लिपि]] में लिखी जाती थी, जिसके बाद कुछ समय के लिए [[रोमन लिपि]] का इस्तेमाल किया जाने लगा। बाद में [[सोवियत संघ]] के प्रभाव की वजह से [[सिरिलिक वर्णमाला]] मानक बन गई और आज तक चलन में है। हालांकि कुछ लोग आज भी अरबी लिपि का उपयोग करते हैं। सोवियत संघ के 1991 में विघटन और देश के स्वतंत्र होने के बाद से किर्गिज़ भाषा को पुनः रोमन लिपि में कुछ किर्गिज राजनीतिज्ञ बात कह रहे हैं, लेकिन इस योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका।
 
आजकल, यह अभी भी मुख्य भाषा मुख्य शहरों में, इस तरह के रूप में [[बिश्केक]] जबकि किरगिज़ जारी है जमीन खोने विशेष रूप से युवा पीढ़ी के बीच।<ref name="Ferdinand and Komlósi">{{cite web|url=http://www.academia.edu/27246121/Vitality_of_the_Kyrgyz_language_in_Bishkek |title=Ferdinand, S. & Komlósi, F. 2016. Vitality of the Kyrgyz Language in Bishkek |publisher=IJORS 5-2, pp.210-226 |date= |accessdate=10 September 2016}}</ref>
 
== इन्हें भी देखें ==