"अफगानिस्तान में हिन्दू धर्म": अवतरणों में अंतर

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उस निर्णय की निंदा भारतीय और अमेरिकी सरकारों ने धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लङ्घन के आधर पर की थी। [[भोपाल]] (भारत) में उस तालिबान के शासन के निर्णय का व्यापक विरोध । संयुक्त राज्य अमेरिका में, मानहानि विरोधी लीग के अध्यक्ष इब्राहीम फोक्समन ने की उस आज्ञा की तुलना [[नाज़ी जर्मनी|नाजी जर्मनी]] प्रथाओं से की थी, जहां [[यहूदी|यहूदियों]] को अनिवार्य रूप से परिचयपत्र पहनना पड़ता था। <ref>[http://english.people.com.cn/english/200105/23/eng20010523_70812.html Taliban: Hindus Must Wear Identity Labels],''People's Daily''</ref> कई प्रभावशाली संयुक्त राज्य अमेरिका के सांसदों ने पीले चिह्न पहने, जिसमें लिखा था कि, "मैं एक हिन्दू हूँ"; मन्त्रिमण्डल की सभा में उन्होंने अफगानिस्थान में स्थित हिन्दूओं के प्रति अपनी एकात्मता का परिचय दिया।<ref>[http://wwrn.org/articles/10021/ WorldWide Religious News - U.S. House condemns Taliban over Hindu badges; Reuters, June 13, 2001]</ref><ref>[http://www.cnsnews.com/node/10432 CNSNEWS - US Lawmakers Condemn Taliban Treatment Of Hindus]</ref><ref>[http://www.rediff.com/us/2001/jun/14us1.htm US Lawmakers say: We are Hindus, Rediff News]</ref><ref>[http://www.afghanistannewscenter.com/news/2001/june/jun8d2001.html Afghanistan News Center]</ref>
 
भारतीय विश्लेषक राहुल बनर्जी ने कहा कि, यह पहली बार नहीं था कि, अफगानिस्थान में राज्य-प्रायोजित उत्पीड़न की ये प्रथम घटना नहीं थी। वर्षों से हिन्दु समाज के विरुद्ध हिंसा के कारण शीघ्रता से हिंदू जनसङ्ख्या में पतन देखा जा रहा है। <ref name="cns">[http://www.cnsnews.com/ViewPrint.asp?Page=%5CForeignBureaus%5Carchive%5C200106%5CFor20010615b.html US Lawmakers Condemn Taliban Treatment Of Hindus],''CNSnews.com''</ref> 1990 के बाद से, कई अफगान हिंदु विस्थापित हो कर अन्य देशों में चले गये और वें [[भारत]], [[जर्मनी]] और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे राष्ट्रों से आश्रय की आशा लगाये हुए हैं।<ref>[http://www.pluralism.org/resources/slideshow/hindgerm/index.php Immigrant Hinduism in Germany: Tamils from Sri Lanka and Their Temples],''pluralism.org''</ref>
 
जुलाई 2013 में, अफगान संसद ने अल्पसंख्यक समूह के लिये आरक्षित स्थानों के विधयक (bill) को अस्वीकृत कर दिया; उस विधेयक के विरुद्ध मतदान किया गया था। इस तत्कालीन राष्ट्रपति [[हामिद करज़ई|हामिद करजई]] के द्वारा उपस्थापित उस विधेक में जनजातीय लोगों और "महिला" के रूप में "असक्षम वर्ग" को आरक्षण मिला था, परन्तु धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति धार्मिक समानता का अनुच्छेद संविधान में नहीं है। <ref><cite class="citation web">[http://kabulpress.org/my/spip.php?article166718 "We condemn the discrimination against Sikhs and Hindus of Afghanistan"]. </cite></ref>