"लेबनान": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 69:
ईसा के 539 साल पहले जब दक्षिणी [[ईरान]] के फ़ार्स प्रांत के एक साम्राज्य के राजकुमार [[कुरोश]] (सायसस) ने असीरिया के साम्रज्य को हराकर इस प्रदेश को जीतने के अभियान पर निकला तो फ़ीनिशिया को जीतने के बाद इसे एक क्षत्रप (राज्य) बना दिया गया। इसके बाद इस पर [[फारसी साम्राज्य|फ़ारसियों]] का शासन कोई 200 सालों तक रहा। पर पश्चिम मे शक्तिशाली हो रहे मेसीडोन के [[सिकंदर]] ने 331 ईसापूर्व में इसे जीत लिया। उसके मरने के बाद यह सेल्युकस के प्रदेश का हिस्सा बना। रोमनों ने यूनानियों को सन् 24 ईसापूर्व में हरा दिया जिसके बाद यह रोमनों के शासन काल में आ गया और अगले 6 सदियों तक रहा। इसी दौरान यहाँ [[ईसाई]] धर्म का प्रसार हुआ।
=== मुस्लिम शासन ===
अरबों ने इस प्रदेश के उपर सातवीं सदी के उत्तरार्ध में ध्यान दिया जब [[उमय्यद|उमय्यदों]] की राजधानी पूर्व में [[दमिश्क़]] में बनी। मध्य काल में लेबनॉन क्रूस युद्धों ([[क्रूसेड|क्रूसेड) युध्दो]] में लिप्त रहा। सलादीन[[सलाउद्दीन|सलाउद्दीन अय्युबी]] ने इसको ईसाई क्रूसदारों से मुक्त करवाया। १३९ ० में [[इजिप्ट|मिस्र]] के [[मामलुक]] शासकों ने लेबनान पर कब्ज़ा कर लिया।[[उस्मानी साम्राज्य|उस्मानी तुर्कों]] ने जब सोलहवीं सदी में भूमध्यसागर के पूर्वी तट पर कब्जा किया तो लेबनान भी सिसली से लेकर कैस्पियन सागर तर फैले औटोमन [[उस्मानी साम्राज्य]] का अंग बना। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद यह [[फ्रांस]] के शासन में आया। सन १९७५-९० तक यहाँ एक गृहयुद्ध चला जिसका मुख्य कारण - फल्सतीन[[फिलिस्तीन]] से आए [[शरणार्थी]], अरब-इसरायल युद्ध, [[ईरान की इस्लामिक क्रांति]] और धार्मिक टकराव थे।
 
== इन्हें भी देखें ==