"भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन": अवतरणों में अंतर
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पटेल ने, "मख़मली दस्ताने में लोह मुट्ठी" की अपनी नीतियों से, 565 [[ब्रिटिश भारत में रियासतें|रियासतों]] को भारतीय संघ में एकीकृत करने का उत्तरदायित्व लिया, व उन नीतियों का अनुकरणीय प्रयोग, [[जूनागढ़]] और [[हैदराबाद राज्य]] को भारत में एकीकृत करने हेतु सैन्य बल के उपयोग ([[ऑपरेशन पोलो]]) में देखने को मिला। दूसरी ओर, पण्डित नेहरू जी ने [[कश्मीर]] का मुद्दा अपने हाथों में रखा।{{Citation needed|date=नवम्बर 2016}}
संविधान सभा ने [[भारत का संविधान|संविधान]] के प्रारूपीकरण का कार्य 26 नवम्बर 1949 को पूरा किया; 26 जनवरी 1950 को [[भारत गणतन्त्र]] आधिकारिक रूप से उद्घोषित हुआ। संविधान सभा ने, गवर्नर-जनरल राजगोपालाचारी से कार्यभार लेकर, डॉ० [[राजेन्द्र प्रसाद]] को भारत का प्रथम [[भारत के राष्ट्रपति|राष्ट्रपति]] निर्वाचित किया। तत्पश्चात्, फ़्रान्स ने 1951 में [[चन्दरनागौर]] और 1954 में [[पॉण्डिचेरी ज़िला|पॉण्डिचेरी]] तथा अपने बाकी भारतीय उपनिवेश, सुपुर्द कर दिएँ। भारत ने 1961 में [[गोवा का भारतीय अतिक्रमण|गोवा]] और पुर्तगाल के इतर [[पुर्तगाली भारत|भारतीय एन्क्लेवों]] पर अतिक्रमण कर उन्हें हड़प लिया। 1975 में, [[सिक्किम]] ने भारतीय संघ में सम्मिलित होने का निर्वाचन किया।
== बंधन और मुक्ति ==
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