"कॉरिऑलिस प्रभाव": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Coriolis effect14.png|अंगूठाकार|कोरिआलिस बल और उसका प्रभाव]]
भौतिक विज्ञान में, '''कॉरिऑलिस प्रभाव''' किसी घूर्णी निर्देश तंत्र में किसी गतिशील वस्तु में प्रेक्षित विक्षेपन होता है।
 
 
 
'''फेरेल का नियम''' : इस नियम के अनुसार, “धरातल पर रूप से चलने वाली सभी हवाएं पृथ्वी की गति के कारण उत्तरी गोलार्द्ध में दाहिनी ओर तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में बायीं ओर मुड़ जाती हैं।” यह नियम बड़े क्षेत्रों पर चलने वाली स्थायी पवनों, छोटे चक्रवातों और प्रतिचक्रवातों पर लागू होता है। इस नियम का प्रभाव महासागरीय धाराओं, ज्वारीय गतियों, राकेटों, आदि पर भी देखा जाता है।