"गुजराती विश्वकोश": अवतरणों में अंतर
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==इतिहास==
गुजराती भाषा में ज्ञानकोश बनाने का विचार सर्वप्रथम संत श्री मोटाने के मन में आया। इसके लिये उन्होने [[गुजरात विश्वविद्यालय]] को १० लाख रूपयों का दान दिया। विश्वविद्यालय ने इसके लिये एक विभाग रचकर [[धीरूभाई ठाकर|
==प्रमुख विशेषताएँ==
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