"रॉयटर्स": अवतरणों में अंतर

छोNo edit summary
छो बॉट: आंशिक लिप्यंतरण
पंक्ति 140:
पत्रकारिता की निष्पक्षता को कायम रखने के लिए रॉयटर्स एक सख्त नीति का पालन करती है। इस नीति की वजह से 11 सितम्बर के हमलों के साथ-साथ अपनी अन्य रिपोर्टों में ''आतंकवादी'' शब्द का इस्तेमाल न करने की संभावित संवेदनशीलता पर कई टिप्पणियाँ की गई हैं। रॉयटर्स बड़ी सावधानी से केवल उद्धरणों, चाहे अवतरणों या दहशत भरे उद्धरणों में ही ''आतंकवादी'' शब्द का इस्तेमाल करती है। रॉयटर्स वैश्विक समाचार संपादक स्टीफन ज्यूक्स ने लिखा था, "हम सबको पता है कि एक आदमी जिसे आतंकवादी मानता है उसे दूसरा आदमी स्वतंत्रता सेनानी मानता है और रॉयटर्स के अपने इस सिद्धांत पर कायम रहने की वजह यही है कि हम आतंकवादी शब्द का इस्तेमाल ही नहीं करते." ''द वॉशिंगटन पोस्ट'' मीडिया आलोचक हावर्ड कर्टज ने जवाब में कहा, "1995 में ओकलाहोमा शहर में हुई बमबारी के बाद और उसके बाद एक बार फिर से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर हुए हमलों के बाद रॉयटर्स ने इन घटनाओं का वर्णन आतंकी कृत्यों के रूप में करने की अनुमति दे दी. लेकिन पिछले सप्ताह तक, उस शब्द पर भी प्रतिबन्ध है। रॉयटर्स ने बाद में अपनी नीति के इस चरित्र चित्रण के लिए माफ़ी मांगी,<ref>{{cite web|url=http://homepage.mac.com/bkerstetter/writersblock/reutersexplanation.html |title=Reuters Terrorist Explanation |publisher=Homepage.mac.com |date= |accessdate=2010-10-03|archiveurl=http://web.archive.org/20030404082230/homepage.mac.com/bkerstetter/writersblock/reutersexplanation.html|archivedate=2003-04-04}}</ref> हालाँकि उन्होंने खुद इस नीति को बनाए रखा.
 
''[[न्यू यॉर्क टाइम्स|द न्यूयॉर्क टाइम्स]]'' के 20 सितम्बर 2004 के संस्करण में बताया गया कि रॉयटर्स के वैश्विक प्रबंधन संपादक डेविड ए श्लेसिंगर ने यह कहते हुए ''आतंकवादी'' शब्द को शामिल करके रॉयटर्स के लेखों के कैनेडियन समाचार पत्रों के संपादन पर आपत्ति व्यक्त की कि "मेरा लक्ष्य अपने रिपोर्टरों और अपनी सम्पादकीय अखंडता की रक्षा करना है".<ref>{{cite news| url=http://select.nytimes.com/gst/abstract.html?res=FA0917F63F5D0C738EDDA00894DC404482 | work=Theदि Newन्यू Yorkयॉर्क Timesटाइम्स | title=Reuters Asks a Chain to Remove Its Bylines | first=Ian | last=Austen | date=20 सितंबर 2004 | accessdate=22 मई 2010}}</ref>
 
हालाँकि 7 जुलाई 2005 में लन्दन में हुई बमबारी के बारे में बताते समय कहा गया कि "पुलिस ने कहा है कि उन्हें जिन आतंकवादियों पर शक था, इस बमबारी के पीछे