"राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, नई दिल्ली": अवतरणों में अंतर

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=== संस्कृत पाण्डुलिपियों का संग्रहण एवं संरक्षण ===
* संस्थान संस्कृत पाण्डुलिपियो का संग्रह तथा संरक्षण करता है। शुल्क के आधार पर संस्थाओं को पाण्डुलिपियों की प्रतियाँ भी उपलब्ध कराता है।
* [[गङ्गानाथ झा]] परिसर के पाण्डुलिपि-संग्रहालय में विभिन्न शास्त्रों से सम्बन्धित पचास हजार से भी अधिक पाण्डुलिपियाँ उपलब्ध हैं।
 
=== पत्राचार एवं अनौपचारिक रीति से संस्कृत शिक्षण, शिक्षक-प्रशिक्षण तथा स्वाध्याय सामग्री का निर्माण ===
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संस्थान पारम्परिक पद्धति से संस्कृत शिक्षण हेतु देश के विविध प्रान्तों में अपने परिसरों की स्थापना, अधिग्रहण व संचालन करता है। वर्तमान में संस्थान के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय के अतिरिक्त ग्यारह (11) अंगभूत परिसर है। संस्थान के अन्तर्गत अभी तक निम्नलिखित परिसर देश के विभिन्न राज्यों में संस्कृत विद्या के केन्द्र के रुप मे काम कर रहे है।
 
*1. गंगानाथ झा परिसर, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
*2. श्री रणवीर परिसर, जम्मू और कश्मीर
 
2*3. श्री रणवीरसदाशिव परिसर, जम्मू औरपुरी, कश्मीरउडीसा
*4. गुरूवायूर परिसर, पुरानाटुकरा, त्रिचूर, केरला
 
3*5. श्री सदाशिवजयपुर परिसर, पुरीजयपुर, उडीसाराजस्थान
9*6. भोपाललखनऊ परिसर, भोपाललखनऊ, मध्यउत्तर प्रदेश
 
*7. राजीव गांधी परिसर, श्रृंगेरी, कर्णाटक
4. गुरूवायूर परिसर, पुरानाटुकरा, त्रिचूर, केरला
*8. वेदव्यास परिसर, गरली, हिमाचल प्रदेश
 
5*9. जयपुरभोपाल परिसर, जयपुरभोपाल, राजस्थानमध्य प्रदेश
*10. के. जे. सौमैया संस्कृत विद्यापीठ, मुम्बई परिसर, मुम्बई, महाराष्ट्र
 
6*11. लखनऊ एकलव्य परिसर, लखनऊअगरतला, उत्तर प्रदेशत्रिपुरा
 
7. राजीव गांधी परिसर, श्रृंगेरी, कर्णाटक
 
8. वेदव्यास परिसर, गरली, हिमाचल प्रदेश
 
9. भोपाल परिसर, भोपाल, मध्य प्रदेश
 
10. के. जे. सौमैया संस्कृत विद्यापीठ, मुम्बई परिसर, मुम्बई, महाराष्ट्र
 
11. एकलव्य परिसर, अगरतला, त्रिपुरा
 
=== छात्रवृत्तियाँ ===
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यहां उपलब्ध पाठ्यक्रमों में निम्न हैं:-
* प्राक-शास्त्रि
* शास्त्रि
* शास्त्रि3year
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* विद्या-वारिधि
* शिक्षा-शास्त्रि