"पक्वन": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Ripe, ripening, and green blackberries.jpg|अंगूठाकार|तीन प्रकार की ब्लैकबेरी- पकी हुई, पकती हुई, और अपक्व]]
[[citra:Ripening strawberries.jpg|अंगूठाकार|कच्ची और पकी हुई स्ट्राबेरी]]
'''पक्वन''' (Ripening), [[फल|फलों]] में होने वाली वह प्रक्रिया है जो उन्हें अधिक स्वादिष्ट बनाती है। सामान्यतः, जैसे-जैसे फल पकता है, वह अधिक मीठा, कम हरा, और अधिक मृदु होता जाता है। यद्यपि पकने पर फल की अम्लता बढ़ जाती है, किन्तु यह अम्लता इतनी अधिक नहीं होती कि फल खट्टा (tarter) लगने लगे।
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==बाहरी कड़ियाँ==
*[http://magazine.lokbhartiindia.com/2014/11/blog-post_41.html अब प्राकृतिक रूप से पकाएं कच्चे फल] - डाॅ॰ राज किशोर एवं डाॅ॰ वी॰के॰ चैधरी
*[http://वेबदुनिया.com/latest-business-news/फल-पकाने-में-होगा-एथिलीन-का-इस्तेमाल-110081700056_1.htm फल पकाने में होगा एथिलीन का इस्तेमाल ]
*[http://www.merisaheli.com/artificially-ripened-fruits-and-vegtables-can-cause-serious-diseased/ केमिकल से पके फल-सब्ज़ियों से हो सकती हैं गंभीर बीमारियां]
*[http://ccnkhabar.com/archives/2502 ऐसे पकाए जाते हैं मात्र 5 से 6 घंटे में कच्चे फल]
[[श्रेणी:फल]]
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