सम्पादन सारांश नहीं है
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) No edit summary |
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
[[श्रेणी:भारतीय शास्त्रीय संगीत]]
[[श्रेणी:भारतीय कला]]
हास्य रस का उदाहरण ---
बन्दर ने कहा बंदरिया से चलो नहाने चले गंगा।
बच्चो को छोड़ेंगे घर पे वही करेंगे हुडदंगा।।
|