"बावनगजा": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Adinath Barwani MP.JPG|right|thumb|300px|आदिनाथ की विशाल प्रतिमा]]
'''बावनगजा''' [[मध्य प्रदेश]] के [[बड़वानी जिला|बड़वानी जिले]] में स्थित एक प्रसिद्ध जैन तीर्थ है। यहाँ का मुख्य आकर्षण पहाड़ से काटकर निर्मित प्रथम [[तीर्थंकर]] [[आदिनाथ|आदिनाथ जी]] की विशाल प्रतिमा है। यह प्रतिमा २६ मीटर ऊँची है। इसका निर्माण १२वीं शताब्दी में हुआ था। बावनगजायह बड़वानी से ८ किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेवजी (आदिनाथ) की 84 फुट ऊँची उत्तुंग प्रतिमा है। सतपुड़ा की सुरम्य और मनोरम पहाडि़यों में स्थित यह प्रतिमा भूरे रंग की है और एक ही पत्थर को तराशकर बनाई गई है। पहाड़ी के शिखर पर चूलगिरि मंदिर स्थित है और इस मंदिर को सिद्ध भूमि भी कहा जाता है। जैन धर्मावलम्बियों के साथ साथ पर्यटन, इतिहास, प्रकृति, तैराकी, पर्वतारोहण में रुचि लेने वालों के लिए यह एक आदर्श स्थल है।
 
चूलगिरि यहां का सर्वोच्च शिखर है जिसकी उचाई लगभग 4002.6 फीट है । यहां पर चूलगिरि और मान मंदिर स्थित है। चूलगिरि शिखर पर कला व वैभव से सम्पन्न जिनालय स्थित है, जो सबसे प्राचीन माना जाता हैं। इसके गर्भालय में कुम्भकर्ण और मेघनाद आदि सिद्धों के युगल चरण बने हुए हैं।
 
==बाहरी कड़ियाँ==