"ठाट": अवतरणों में अंतर

नाम से
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो बॉट: अनावश्यक चन्द्र बिन्दु को अनुस्वार में बदला।
पंक्ति 33:
* 10. [[तोड़ी ठाट]]।
 
थाट-राग पद्धति में स्वर-साम्य का बहुत अधिक ध्यान रखा गया है। इस पद्धति के अनुसार एक थाट के अन्तर्गत उन्हीं रागों को रखा गया है जिन के स्वरों मेँमें अधिक समानता है। उदाहरणार्थ--कल्याण थाट में मध्यम तीव्र लगता है, इसिलये इस थाट से जितने भी राग उत्पन्न हों उन सभी में मध्यम तीव्र अवश्य लगेगा। इसी प्रकार काफी थाट में गंधार और निषाद स्वर कोमल लगते हैं, इसलिये इस थाट ने जितने भी राग उत्पन्न होंगे उन सभी में गंधार और निषाद कोमल अवश्य लगेंगे।
 
== विभिन्न थाटों के स्वर ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/ठाट" से प्राप्त