"इंग्लैंड के हेनरी अष्टम": अवतरणों में अंतर
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== प्रारंभिक वर्ष 1491-1509 ==
ग्रीनविच पैलेस में जन्मे हेनरी अष्टम, हेनरी सप्तम व एलिज़ाबेथ ऑफ यॉर्क की तीसरी संतान थे।<ref name="croft128">क्रॉफ्टन, पृष्ठ.128.</ref> युवा हेनरी के छः भाई-बहनों में से केवल तीन-आर्थर, प्रिंस ऑफ वेल्स; मार्गारेट; तथा मैरी-ही अपनी शैशवावस्था के बाद जीवित बच
=== आर्थर की मृत्यु ===
<!-- [[चित्र:Arthur Prince of Wales c 1500.jpg|thumb|upright|left|1501 में शादी के समय आर्थर]] इस लेख में आवश्यक नहीं।-->
[[चित्र:Michel Sittow 002.jpg|thumb|upright|1502 में हेनरी सप्तम के कोर्ट चित्रकार, माइकल सीटो द्वारा एक युवा विधवा के रूप में कैथरीन।]]
सन 1502 में, 15 वर्ष की आयु में, एरागॉन की कैथरीन से विवाह के केवल 20 सप्ताहों बाद ही आर्थर की मृत्यु हो गई। आर्थर की मृत्यु के कारण उनके सारे कर्तव्य अब उनके छोटे भाई, दस-वर्षीय हेनरी, पर आ पड़े, जो कि अब प्रिंस ऑफ वेल्स
प्रिंस ऑफ वेल्स द्वारा अपने भाई की विधवा से विवाह करने के लिये, सामान्यतः [[पोप]] से अनुमति प्राप्त करना आवश्यक था, ताकि इस वैवाहिक-संबंध की बाधाओं को खारिज किया जा सके क्योंकि बुक ऑफ लेविटिकस में बताया गया है कि "यदि कोई भाई अपने भाई की पत्नी से विवाह करता है, तो वे संतानहीन बने रहेंगे." कैथरीन ने शपथ ली कि प्रिंस आर्थर के साथ विवाह के बाद उनके बीच शारीरिक संबंध स्थापित नहीं हुए थे। फिर भी, अंग्रेज़ और स्पेनी दोनों ही पक्षों में इस विवाह के लिये पोप से एक अतिरिक्त अनुमति प्राप्त करने पर सहमति बनी, ताकि इस विवाह की वैधता से जुड़ी सभी आशंकाओं को दूर किया जा
कैथरीन की मां, रानी इसाबेला प्रथम की अधीरता के कारण, पोप जुलियस द्वितीय पोप के एक आज्ञा-पत्र के रूप में अनुमति देने पर राज़ी हो गए। अतः अपने युवा पति के निधन के 14 माह पश्चात, कैथरिन अपने पति के छोटे भाई, हेनरी, की मंगेतर
प्रस्तावित विवाह के भविष्य को लेकर जारी कूटनीतिक दांव सन 1509 में हेनरी की मृत्यु तक रूका
== प्रारंभिक शासनकाल: 1509-1525 ==
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[[चित्र:HenryVIII 1509.jpg|thumb|upright|1509 में अपने ताजपोशी के बाद अठारह वर्ष की हेनरी।]]
हेनरी ने अपनी छवि एक पुनर्जागरण पुरुष के रूप में विकसित की और उनका दरबार विद्वत्तापूर्ण तथा कलात्मक नवीनता तथा आकर्षण की प्रचुरता का केंद्र बन गया, द फील्ड ऑफ क्लॉथ ऑफ गॉड जिसका प्रतीक था। वे एक निपुण संगीतकार, लेखक व कवि थे। उनकी सबसे प्रसिद्ध संगीतमय रचना "पास्टाइम विथ गुड कंपनी (Pastime with Good Company)" या "द किंजेस बैले (The Kynges Ballade)" है। वे एक उत्साही जुआरी और पांसे के खिलाड़ी थे और खेलों, विशेषतः घुड़सवारों के भाला-युद्ध (Jousting), शिकार व रियल टेनिस में निपुण थे। वे पारंपरिक ईसाई धर्मनिष्ठता के प्रति उनके द्वारा प्रदान किये जाने वाली दृढ़ समर्थन के लिये जाने जाते थे।<ref name="croft129"/> 7 जून 1520 को कालाइस के पास फ्रांसिस प्रथम से मिलने पर, उन्होंने पंद्रह दिनों तक शानदार मनोरंजन के साथ फ्रांसीसी राजा की खातिर की, ताकि पिछले दशक में हुए सैन्य टकरावों के बाद एक घनिष्ठ कूटनीतिक संबंध स्थापित किया जा
=== फ्रांस और हैब्सबर्ग्ज़ ===
सन 1511 में, पोप जुलियस द्वितीय ने फ्रांस के विरुद्ध एक पवित्र लीग (Holy League) की घोषणा की, यह नया गठबंधन तेज़ी से विकसित हुआ और इसमें न केवल स्पेन और [[पवित्र रोम साम्राज्य|पवित्र रोमन साम्राज्य]], बल्कि इंग्लैंड भी शामिल हो गया। हेनरी ने इस अवसर का प्रयोग उत्तरी फ्रांस में अपनी संपत्तियों के विस्तार के लिये करने का निश्चय किया। नवंबर 1511 में उन्होंने वेस्टमिन्स्टर की संधि, फ्रांस के खिलाफ आपसी सहयोग के लिये स्पेन के साथ ली गई एक शपथ, स्थापित की और लीग ऑफ कैम्ब्राई के युद्ध में सहभागिता की तैयारी
सन 1513 में, हेनरी ने फ्रांस पर आक्रमण कर दिया और उनकी सैन्य-टुकड़ियों ने स्पर्स की लड़ाई (Battle of the Spurs) में फ्रांसीसी सेना को पराजित कर
18 फ़रवरी 1516 को, महारानी कैथरिन ने हेनरी को शैशवावस्था पूर्ण कर पाने वाली उनकी पहली संतान, राजकुमारी मैरी, प्रदान
== सत्ता और प्राधिकार ==
=== हेनरी के अधीन सरकार और वित्तीय-व्यवस्थाएं ===
आर्थिक रूप से, हेनरी का शासन लगभग एक दुःस्वप्न था। हालांकि उन्हें उत्तराधिकार में एक समृद्ध अर्थव्यवस्था (जिसमें चर्च की भूमियों के अधिग्रहण से और भी वृद्धि हुई) प्राप्त हुई थी, लेकिन हेनरी के भारी-भरकम खर्च और अत्यधिक करों ने अर्थव्यवस्था को क्षतिग्रस्त कर
[[चित्र:Henry VIII with Charles Quint and Pope Leon X circa 1520.jpg|thumb|1520 में चार्ल्स क्विंट (दाएं) और पोप लियो एक्स (बीच में) के साथ हेनरी अष्टम]]
हेनरी ने अपने शासन की शुरुआत सलाहकारों पर अत्यधिक निर्भरता के साथ की और इसकी समाप्ति पूर्ण नियंत्रण के द्वारा
एल्टन (1962) का तर्क है कि सरकार में एक बड़ी ट्युडर क्रांति हुई थी। हेनरी को बुद्धिमानी और चालाकी का श्रेय देते हुए, एल्टन कहते हैं कि उनके अधिकांश सकारात्मक कृत्य, विशेषतः रोम के साथ संबंधों की समाप्ति, थॉमस क्रॉमवेल का कार्य था, राजा का
=== सुधार ===
{{Main|अंग्रेजी पुनरुद्धार आंदोलन}}
हेनरी ने कभी भी औपचारिक रूप से रोमन कैथलिक चर्च को अस्वीकार नहीं किया, लेकिन सन 1534 में उन्होंने स्वयं को चर्च ऑफ इंग्लैंड का सर्वोच्च प्रमुख (Supreme Head) घोषित कर
एक नई पत्नी और एक उत्तराधिकारी की उनकी इच्छा की तुलना में हेनरी द्वारा किये गये इंग्लिश चर्च के सुधार में अधिक जटिल उद्देश्य व विधियां शामिल थीं। हेनरी ने ज़ोर देकर कहा कि उनका पहला विवाह कभी भी वैध नहीं रहा था, लेकिन तलाक का मुद्दा चर्च के सुधार की हेनरी की इच्छा में केवल एक कारक मात्र था। सन 1532-37 में, उन्होंने अनेक कानून लागू किये-अपील का अधिनियम (1533 के रीस्ट्रेंट ऑफ अपील्स में लागू), उत्तराधिकार के विभिन्न अधिनियम (Acts of Succession) (1533, 1534 और 1536), प्रथम सर्वोच्चता का अधिनियम (Act of Supremacy) (1534), व अन्य-जो राजा तथा पोप के बीच संबंधों व चर्च ऑफ इंग्लैंड की संरचना से संबंधित थे। चर्च में सुधार के अपने प्रयासों के तहत इन वर्षों के दौरान, हेनरी ने मठों और तीर्थक्षेत्रों में स्थित धार्मिक स्थलों का दमन किया। धार्मिक नीति के निर्माण राजा सदैव ही प्रभावी शक्ति थे; उनकी नीति, जिसे उन्होंने कुशलतापूर्वक और संगत रूप से जारी रखा, का सर्वश्रेष्ठ वर्णन एक मध्यम मार्ग की खोज के रूप में किया गया है।<ref>जी. डब्ल्यू. बर्नार्ड, ''द किंग्स रिफ़ॉर्मेशन: हेनरी VIII एंड द रिमेकिंग ऑफ़ द इंग्लिश चर्च'' (2005)</ref>
सच्चे विश्वास से संबंधित प्रश्न ऑर्थोडॉक्स "ऐक्ट ऑफ सिक्स आर्टिकल्स" (1530) के अभिग्रहण तथा सन 1540 के बाद चरम गुटों के बीच तालमेल के एक सतर्क नियंत्रण के साथ सुलझा लिये गये। इसके बावजूद, इस काल में धार्मिक पुरातनवाद से पलायन का आंदोलन देखा गया, जिसका अधिक प्रभाव इसलिये पड़ा क्योंकि पुराने विश्वासों के आधार-स्तंभ, विशेषतः थॉमस मोर व जॉन फिशर, इस परिवर्तन को स्वीकार कर पाने में असफल रहे थे और पोप के प्राधिकार को अस्वीकार करने से इंकार करने पर उन्हें फांसी पर लटका दिया गया। राजकुमार की आज्ञाओं के पालन का नया राजनीतिक धर्मशास्र हेनरी के सुधारों के लिये निर्णायक था, जिसे सन 1530 के दशक में चर्च ऑफ इंग्लैंड द्वारा उत्साहपूर्वक अपना लिया गया। यह चौथे धर्मादेश (fourth commandment) ("ऑनर दाय फादर एंड मदर [Honor thy father and mother]") की [[मार्टिन लुथर|मार्टिन लूथर]] की नई व्याख्या को प्रतिबिंबित करता था और इसे अंग्रेज़ दर्शकों के बीच प्रस्तुत करने में विलियम टिंडेल ने मध्यस्थता
सुधारों के प्रति मिश्रित प्रतिक्रिया प्राप्त
=== मठों को भंग करना ===
{{Main|मठों का विघटन}}
इंग्लैंड में ऐसे अनेक धार्मिक घर थे, जिनके पास बड़े भूमि-क्षेत्र थे, जिन पर किरायेदार काम किया करते थे। हेनरी ने उन्हें भंग कर दिया (1536-1541) और इंग्लैंड की भू-संपदा का पांचवा भाग नये हाथों में सौंप
हेनरी ने पारंपरिक धार्मिक पद्धतियों में मौलिक परिवर्तन
== प्रेमिकाएं ==
अपनी लोकप्रिय छवि के बावजूद, संभव है कि हेनरी के विवाहेतर संबंधों की संख्या बहुत अधिक न रही
एलिज़ाबेथ "बेसी" ब्लाउंट ने हेनरी के अवैध पुत्र, हेनरी फिट्ज़रॉय को जन्म
हेनरी द्वारा एनी को अपनी दूसरी पत्नी बनाए जाने से पूर्व मैरी बोलीन उनकी प्रेमिका थी। ऐसा माना जाता है कि सन 1519 और 1526 के बीच किसी समय वह कैथरिन की दासी रही थी। इस बात को लेकर अटकलें लगाईं जाती रही हैं कि मैरी की दो संतानों, कैथरिन व हेनरी, के पिता हेनरी ही थे, लेकिन इसे कभी साबित नहीं किया गया है और राजा ने उन्हें कभी उस तरह स्वीकार नहीं किया, जैसा कि उन्होंने हेनरी फिट्ज़रॉय को किया था।
सन 1510 में, यह बताया गया कि एडवर्ड स्टैफर्ड, बकिंघम के तृतीय ड्युक, की किसी एक बहन, या तो एलिज़ाबेथ या हंटिंग्टन की काउंटेस एनी हैस्टिंग्ज़, के साथ हेनरी का एक प्रेम-प्रकरण चल रहा था।<ref>{{cite book|title=The Mistresses of Henry VIII |first=Kelly| last=Hart |year=2009 |edition=First
date=जून 1, 2009 |page=27 |publisher=The History Press |isbn=0752448358 |url=http://books.google.com/?id=r6HGPAAACAAJ}}</ref> उनके भाई, बकिंघम के ड्युक, क्रोधित हो गए और उनके पति लॉर्ड जॉर्ज हैस्टिंग्ज़ ने उन्हें एक महिला मठ में भेज
ऐसा प्रतीत होता है कि सन 1535 में शेल्टन बहनों में से एक के साथ हेनरी का प्रेम-प्रकरण चल रहा था। परंपरागत रूप से, ऐसा माना जाता रहा है कि यह मार्गारेट ("मैज") थी,<ref>{{cite book|title=The Wives of Henry VIII |first=Antonia |last=Fraser |year=1994 |page=Page 220 |url=http://books.google.com/?id=24UKxUPB5goC |publisher=Vintage Books |isbn=9780679730019}}</ref> लेकिन हालिया शोध इस दावे पर पहुंचा है कि वास्तव में वह मैरी थी।<ref>{{cite book|title=The Lady in the Tower: The Fall of Anne Boleyn|first=Alison|last=Weir|publisher=Random House Publishing Group|isbn=9780345453211|pages=13–14,375}}</ref>
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=== दूसरा विवाह ===
सन 1532 की सर्दियों में, हेनरी ने फ्रांस के फ्रांसिस प्रथम के साथ [[कालाइ, फ्रांस|कालाइ]] में एक मुलाकात आयोजित की, जिसमें उन्होंने अपने नए विवाह के लिये फ्रांसीसी राजा के समर्थन की मांग की।<ref>विलियम्स, पृष्ठ 123.</ref> इंग्लैंड के [[डोवर]] में लौटने के तुरंत बाद, हेनरी और एनी ने गुप्त रूप से विवाह कर लिया।<ref>स्टार्की, पीपी 462-464.</ref> शीघ्र ही वह गर्भवती हो गई और 25 जनवरी 1533 को लंदन में दूसरी बार वैवाहिक कार्यक्रम हुआ। 23 मई 1533 को, क्रैनमर ने, एरागॉन की कैथरिन के साथ हुए राजा के विवाह की वैधता पर निर्णय देने के लिये डन्स्टेबल प्रायरी में आयोजित एक विशेष अदालत में निर्णय देते हुए हेनरी और कैथरिन के विवाह को शून्य व प्रभावहीन घोषित कर दिया। पांच दिनों बाद, 28 मई 1533 को क्रैनमर ने घोषणा की कि हेनरी व एन का विवाह वैध था।<ref name="विलियम्स, पृष्ठ 124">विलियम्स, पृष्ठ 124.</ref>
कैथरिन से औपचारिक रूप से रानी की पदवी छीन ली गई और 1 जून 1533 को एन को रानी का ताज पहनाया गया। 7 सितंबर 1533 को रानी ने, समय से कुछ पहले, एक पुत्री को जन्म दिया। हेनरी की माँ, यॉर्क की एलिज़ाबेथ, के सम्मान में इस पुत्री का नाम [[एलिज़ाबेथ प्रथम|एलिज़ाबेथ]] रखा गया।<ref>विलियम्स, पीपी.128-131.</ref> पोप के निर्णय को अस्वीकार करते हुए, संसद ने उत्तराधिकार अधिनियम 1533 (Act of Succession 1533) के द्वारा हेनरी और एन के विवाह को मान्यता प्रदान की। कैथरिन की पुत्री राजकुमारी मैरी को अवैध घोषित कर दिया गया और एन की संतान को उत्तराधिकार की पंक्ति में अगला स्थान दिये जाने की घोषणा की गई। इस घोषणा में एक धारा सबसे उल्लेखनीय थी, जो "किसी भी विदेशी प्राधिकार, राजकुमार या राजा" के आदेश को अस्वीकार करती थी। राज्य के सभी व्यस्कों के लिये इस कानून के प्रावधानों को शपथपूर्वक स्वीकार करना आवश्यक बना दिया गया। इससे इंकार करनेवाले आजीवन कारावास की सज़ा के पात्र थे। इस विवाह के अवैध होने का आरोप लगाने वाले किसी भी प्रकार के साहित्य का कोई भी प्रकाशक या मुद्रक स्वतः ही उच्च राजद्रोह का दोषी हो जाता और उसे मृत्यु-दंड दिया जा सकता था।
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== रोम से पृथक्करण: 1533-1540 ==
[[चित्र:Anneboleyn2.jpg|thumb|upright|हेनरी की द्वितीय रानी ऐनी बोलिन की प्रतिमा, मूल से ली गयी जब वो खो गयी थी (1533-1536)]]
इस बीच हाउस ऑफ़ कॉमन्स ने रोम को अपील करने की मनाही कर दी और जिसने भी इंग्लैंड में पोप के आदेश प्रस्तुत किये, उन सभी के खिलाफ़ विदेशी सत्ता के प्रति वफ़ादारी रखने की सज़ा सुनाई गई। संसद ने राजा की सहमति के बिना कोई भी अधिनियम (कानून) बनाने से चर्च को प्रतिबंधित कर
पोप को चुनौती देते हुए, चर्च ऑफ इंग्लैंड अब हेनरी के नियंत्रण में था, रोम के
=== व्यक्तिगत परेशानियां ===
राजा और रानी विवाहित जीवन से खुश नहीं थे। शाही जोड़े ने शांति और स्नेह की अवधियों का आनंद उठाया, लेकिन एनी ने उनसे अपेक्षित अधीन भूमिका निभाने से इंकार कर
[[चित्र:Tower of London, Traitors Gate.jpg|thumb|left|लंदन टॉवर, कई शाही फांसी की साइट.]]
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हेनरी की धार्मिक नीतियों के विरोध का इंग्लैंड में तेज़ी से दमन कर दिया गया। अनेक असहमत भिक्षुयों को यातनाएं दीं गईं और मार डाला गया। सबसे प्रमुख विरोधियों में जॉन फिशर, रोचेस्टर के बिशप और सर थॉमस मोर, हेनरी के पूर्व लॉर्ड चांसलर, शामिल थे और इन दोनों ने ही राजा के प्रति शपथ लेना अस्वीकार कर दिया था व इसके परिणामस्वरूप गंभीर राजद्रोह का आरोप लगाकर टॉवर हिल पर, [[टावर ऑफ़ लंदन|टॉवर ऑफ लंदन]] के ठीक बाहर, उनके सिर कटवा दिये गए थे।
इन दमनों, 1536 के डिसॉल्यूशन ऑफ द लेसर मॉनेस्ट्रीज़ ऐक्ट (Dissolution of the Lesser Monasteries Act) सहित, के परिणामस्वरूप अंग्रेज जनता में प्रतिरोध और बढ़ा, जिनमें अक्टूबर 1536 में उत्तरी इंग्लैंड में पिल्ग्रिमेज ऑफ ग्रेस (Pilgrimage of Grace) में हुआ एक बड़ा विद्रोह सर्वाधिक उल्लेखनीय है। हेनरी अष्टम ने विद्रोहियों से वादा किया कि वे उन्हें क्षमादान देंगे तथा इन मुद्दों की जानकारी देने के लिये उनके प्रति आभार व्यक्त किया और इसके बाद विद्रोही नेता, रॉबर्ट आस्के, को एक शाही भोज के लिये आमंत्रित किया गया। उस भोज में, हेनरी ने आस्के से कहा कि जो कुछ भी हुआ था, उसे वह लिखित रूप में प्रस्तुत करे ताकि हेनरी को उन समस्याओं की एक बेहतर समझ मिल सके, जिन्हें वे "परिवर्तित"
=== एन बोलीन को मृत्युदंड ===
[[चित्र:Hans Holbein d. J. 032b.jpg|thumb|upright|right|जेन सेमुर हेनरी की तीसरी पत्नी बन गई।]]
8 जनवरी 1536 को राजा और रानी को यह समाचार मिला कि एरागॉन की कैथरिन की मृत्यु हो गई थी। उनकी मृत्यु का समाचार सुनकर, हेनरी और एनी ने कथित रूप से स्वयं को चमकीले पीले वस्रों से ढंक लिया, क्योंकि उन दिनों स्पेन में पीला रंग शोक का प्रतीक रंग हुआ करता था। रानी फिर एक बार गर्भवती थीं और वे जानती थीं कि यदि वे एक पुत्र को जन्म दे पाने में विफल रहीं, तो इसके परिणाम क्या होंगे। उनका जीवन खतरे में पड़ सकता था, क्योंकि यदि दोनों पत्नियों की मृत्यु हो जाती, तो हेनरी पुनर्विवाह करने के लिये स्वतंत्र हो जाते और तब कोई भी यह दावा नहीं कर सका होता कि वह संबंध अवैध था। बाद में, उसी माह एक प्रतियोगिता के दौरान राजा घोड़े से गिर पड़े और उन्हें बहुत चोट आई. एक बार तो ऐसा लगा कि राजा का जीवन खतरे में पड़ गया है। जब इस दुर्घटना की खबर रानी तक पहुंची तो उन्हें सदमा लगा और इसके परिणामस्वरूप, कैथरिन के अंतिम संस्कार के दिन 29 जनवरी 1536 को, उनका [[गर्भस्राव|गर्भपात हो गया]], जो कि 15 सप्ताह का एक नर शिशु था। अधिकांश पर्यवेक्षक मानते हैं कि यह व्यक्तिगत हानि इस शाही विवाह की समाप्ति की शुरुआत थी।<ref
एक पुत्र की प्राप्ति के लिये राजा की अत्यधिक इच्छा को देखते हुए, ऐन की गर्भावस्थाओं के परिणाम ने बहुत अधिक ध्यान आकृष्ट किया। लेखक माइक ऐशले का अनुमान लगाया कि एलिज़ाबेथ के जन्म के बाद और सन 1536 में उनके गर्भपात के पूर्व एनी की दो संतानें हुईं थीं, जिनकी जन्म के तुरंत बाद ही मृत्यु हो गई।<ref>एश्ली, पृष्ठ 240.</ref> अधिकांश स्रोत केवल सितंबर 1533 में एलिज़ाबेथ के जन्म, 1534 की गर्मियों में एक संभावित गर्भपात और जनवरी 1536 में एक नर शिशु, जो कि गर्भ-काल के लगभग चार माह पूरे कर चुका था, के गर्भपात की ही पुष्टि करते हैं।<ref>विलियम्स, अध्याय 4.</ref> जैसे ही एन अपने अंतिम गर्भपात से उबरी, हेनरी ने घोषणा कर दी कि उनका विवाह जादू-टोने का परिणाम था। राजा की नई प्रेमिका, जेन सीमोर, को शीघ्र ही नए निवास-स्थान में लाया गया। इसके बाद एन के भाई, जॉर्ज बोलीन, को दरबार का एक प्रतिष्ठित सम्मान, ''ऑर्डर ऑफ द गार्टर'' देना अस्वीकार कर दिया गया और उनके बजाय जेन सीमोर के भाई को दिया गया।<ref>विलियम्स, पृष्ठ 142.</ref>
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[[चित्र:HowardCatherine02.jpeg|thumb|upright|हैंस होल्बिन युवक द्वारा कैथरीन हॉवर्ड का एक लघु प्रतिमा, 1540.]]
28 जुलाई 1540 को (क्रॉमवेल की फांसी वाले दिन), हेनरी ने युवा कैथरिन हॉवर्ड, एनी बोलीन की चचेरी बहन व एनी की एक दासी से विवाह कर लिया।<ref>फार्कुहर, माइकल (2001). ''अ ट्रेज़र ऑफ़ रॉयल स्कैंडल्स'', पृष्ठ 67. पेंगुइन बुक्स, न्यूयॉर्क. ISBN 0-7394-2025-9.</ref> वह अपनी नई रानी से अत्यधिक प्रसन्न थे। हालांकि विवाह के शीघ्र बाद ही दरबारी थॉमस कल्पेपर के साथ रानी कैथरिन का एक प्रेम-संबंध बन गया। उन्होंने फ्रांसिस डेरेहैम, जिसके साथ पहले उनकी अनौपचारिक रूप से सगाई हो चुकी थी और विवाह से पूर्व जिसके साथ उनका प्रेम-संबंध था, को अपना सचिव नियुक्त किया। थॉमस क्रैनमेर, जो कि शक्तिशाली रोमन कैथलिक हॉवर्ड परिवार के खिलाफ़ थे, ने रानी कैथरिन की गतिविधियों के प्रमाण राजा के समक्ष प्रस्तुत
[[चित्र:Catherine Parr from NPG.jpg|thumb|upright|कैथरीन पैर, हेनरी के छठवीं और अंतिम पत्नी.]]
सन 1543 में, हेनरी ने अपनी पत्नी, धनवान विधवा कैथरिन पार, से विवाह किया। धर्म को लेकर उनके व हेनरी के बीच मतभेद थे; वे एक सुधारक थीं, जबकि हेनरी एक रूढ़िवादी बने
सन 1513 में एडमंड डी ला पोल, ड्युक ऑफ सफोक
{{-}}
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[[चित्र:The Old Palace of Whitehall by Hendrik Danckerts.jpg|thumb|1547 में व्हाइटहॉल के पैलेस में राजा हेनरी अष्टम निधन हुए.]]
अपने जीवन के अंतिम दौर में, हेनरी स्थूलकाय हो गए (उनकी कमर का माप 54 इंच/127 सेमी था) और उन्हें एक से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिये मशीनी आविष्कारों की सहायता ली जाती थी। उनका शरीर पीप से भरे दर्दनाक फोड़ों से भर गया और संभवतः वे [[गठिया]] से पीड़ित हो गए। उनके मोटापे और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का मूल सन 1536 में हुए घुड़सवा्र भाला-युद्ध (jousting) के एक खेल के दौरान हुए हादसे में ढूंढा जा सकता है, जिसमें उनके पैर में चोट लग गई थी। वास्तव में उस दुर्घटना ने वर्षों पहले उनके पैर में लगे एक पुराने घाव को फिर ताज़ा कर दिया और इतना अधिक बढ़ा दिया कि उनके चिकित्सकों ने पाया कि उसका उपचार करना अत्यधिक कठिन (लगभग असंभव) था। उनके शेष जीवनकाल में वह घाव तीव्रतर होता गया और उसमें फोड़े उत्पन्न हो गए, जिसके चलते वे शारीरिक गतिविधियों और दैनिक व्यायाम के उसी स्तर को बनाए रखने में असमर्थ हो गए, जिसका वे पहले आनंद उठाया करते थे। ऐसा माना जाता है कि घुड़सवार भाला-युद्ध के खेल के दौरान हुई दुर्घटना के कारण हेनरी की मनोदशा में भी बार-बार परिवर्तन होने लगे, जिनका उनके व्यक्तित्व और स्वभाव पर नाटकीय प्रभाव पड़ा
यह सिद्धांत को अधिकांश गंभीर इतिहासकारों द्वारा नकारा जा चुका है कि हेनरी [[सूजाक|उपदंश]] से पीड़ित थे।<ref>{{cite book|url=http://books.google.co.uk/books?id=AJReBNnOoL8C&pg=PA68&dq=syphilis+henry+viii&hl=en&ei=ZUzMTOehKJDQjAei5uDXBw&sa=X&oi=book_result&ct=result&resnum=2&ved=0CEMQ6AEwAQ#v=onepage&q=syphilis%20henry%20viii&f=false|title= The burdens of disease: epidemics and human response in western history|first=J. N.|last= Hays|publisher=Rutgers University Press|year= 2010|page=68|isbn=9780813546131}}</ref> उपदंश हेनरी के काल में एक प्रसिद्ध रोग था और हालांकि उनके समकालीन फ्रांस के फ्रांसिस प्रथम ने उपदंश का उपचार करवाया था, लेकिन हेनरी के चिकित्सकों द्वारा छोड़ी गई टिप्पणियां यह सूचित नहीं करतीं कि अंग्रेज़ राजा इस बीमारी से पीड़ित थे। एक अधिक हालिया और विश्वसनीय सिद्धांत के अनुसार हेनरी और उनकी बड़ी बहन मार्गारेट ट्युडर के चिकित्सीय लक्षण, अनुपचारित टाइप टू मधुमेह के लक्षण हैं।
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सौ से भी अधिक वर्षों बाद चार्ल्स प्रथम को भी उसी कक्ष में दफनाया गया।
उनकी मृत्यु के एक दशक से कुछ अधिक समय के बाद, उनके तीनों शाही उत्तराधिकारी अंग्रेज़ी सिंहासन पर बैठे, लेकिन उनमें से किसी ने भी अपने पीछे कोई उत्तराधिकारी नहीं छोड़ा. उत्तराधिकार अधिनियम 1543 (Act of Succession 1543) के अंतर्गत, हेनरी के एकमात्र जीवित बचे वैध पुत्र, एडवर्ड, को ताज मि्ला और वे एडवर्ड षष्ठम बन गए। चूंकि उस समय एडवर्ड की आयु केवल नौ वर्ष की थी, अतः वे वास्तविक शक्ति का प्रयोग नहीं कर
== सार्वजनिक छवि और स्मृति ==
हेनरी ने अप्रतिवाद्य शासक और अनिवार्य अधिपति के रूप में अपनी छवि प्रस्तुत करने के लिये कठिन परिश्रम किया। वे अपनी इच्छा से फांसी दिया करते थे और उन्होंने उनसे पूर्व या उनके बाद बने किसी भी राजा की तुलना में अधिक अंग्रेज़ सरदारों की हत्या के आदेश
एक बड़े, शक्तिशाली पुरुष (छः फीट से अधिक ऊंचे और उसी अनुपात में चौड़े), हेनरी घुड़सवार भाला-युद्ध के खेल और शिकार में माहिर थे। मनोरंजन से अधिक, इनका प्रयोग राजनीतिक साधनों के रूप में किया जाता था, जो कि अनेक लक्ष्यों की पूर्ति में सहायता करते थे, जिनमें उनकी बलिष्ठ शाही छवि को बढ़ाना, विदेशी दूतों व शासकों को प्रभावित करना, तथा विद्रोह को कुचलने की हेनरी की क्षमता का संदेश देना शामिल हैं। इसी प्रकार उन्होंने सन 1517 में ग्रीनविच में घुड़सवार भाला-युद्ध की प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने भव्य कवच, घोड़े की भव्य कमान, तथा मखमल, सैटन और मोतियों व आभूषणों के साथ स्वर्णजड़ित वस्र धारण
हेनरी एक बुद्धिजीवी थे। प्रथम सुशिक्षित अंग्रेज़ राजा के रूप में, वे अपने सु-सज्जित पुस्तकालय में स्वयं को पूरी तरह प्रसन्न महसूस करते थे; उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अनेक पुस्तकों की व्याख्या की और स्वयं की पुस्तक लिखकर प्रकाशित भी
लोकप्रिय स्तर पर ताज द्वारा वित्तपोषित थियेटर और लोकगायकों के समूह नई धार्मिक पद्धतियों का प्रचार करने के लिये व पुरानी पद्धतियों का उपहास करते हुए पूरे राज्य में घूमा करते थे। उनके द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले विवादास्पद नाटकों में, पोप व कैथलिक पादरियों व भिक्षुओं को विदेशी शैतान के रूप में चित्रित किया जाता था, जबकि सच्चे विश्वास के एक साहसी व वीर रक्षक के रूप में यशस्वी राजा की जयजयकार की जाती थी।<ref>थॉमस बेटारिज देखें, "द हेनरीसियन रिफ़ॉर्मेशन एंड मिड-ट्युडोर कल्चर." ''जर्नल ऑफ़ मिडिवल एंड अर्ली मॉडर्न स्टडीज़'' 2005 35(1): 91–109. Issn: 1082-9636 फुलटेक्स्ट: एब्स्को. विक्टोरिया विश्वविद्यालय, [http://www.reed.utoronto.ca/index.html टोरोंटो में सेंटर फॉर रिसर्च इन अर्ली इंग्लिश ड्रामा से मूल दस्तावेज एकत्रित हुए]</ref>
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=== शाही पूंजी ===
हेनरी ने पिता हेनरी सप्तम, जो अपने पुत्र के विपरीत धन के मामले में मितव्ययी और सतर्क रहा करते थे, से उत्तराधिकार में प्रचुर संपदा प्राप्त
=== विरासत ===
हालांकि मुख्य रूप से राजवंशीय तथा व्यक्तिगत चिंताओं द्वारा प्रेरित होने, तथा रोमन कैथलिक चर्च के बुनियादी सिद्धांतों को वास्तव में कभी भी समाप्त न करने के बावजूद, हेनरी ने यह सुनिश्चित किया कि उनके शासन का सबसे बड़ा कार्य किसी भी अंग्रेज़ राजा द्वारा किये गये कार्यों की तुलना में सर्वाधिक उग्र और निर्णायक कार्यों में से एक
[[चित्र:Henry VIII Coin.jpg|thumb|हेनरी अष्टम की रजत ग्रोट, गढ़न्त सी.1540.विपरीत इंग्लैंड और फ्रांस के क्वॉर्टर्ड हथियार दर्शाता है।]]
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[[चित्र:England Arms-label ermine.svg|left|thumb|upright|यॉर्क के शासक के रूप में हेनरी की ढाल.]]
सन 1541 में, हेनरी ने आयरिश संसद के माध्यम से क्राउन ऑफ आयरलैंड ऐक्ट 1542 के द्वारा उपाधि "लॉर्ड ऑफ आयरलैंड" परिवर्तित करके "किंग ऑफ आयरलैंड" करवाई, क्योंकि उन्हें यह पता चला था कि कई आयरिश लोग पोप को उनके देश का वास्तविक प्रमुख मानते थे और लॉर्ड को केवल एक प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत माना जाता था। आयरिश लोगों द्वारा पोप को अपना सर्वोच्च प्रमुख (overlord) माने जाने का कारण यह था कि मूल रूप से आयरलैंड बारहवीं सदी में पोप एड्रियन चतुर्थ द्वारा इंग्लैंड के राजा हेनरी द्वितीय को पोप की सर्वोच्च प्रमुखता के अंतर्गत एक सामंती क्षेत्र के रूप में दिया गया था। आयरिश संसद की जिस बैठक में हेनरी अष्टम को आयरलैंड का राजा घोषित किया गया, वह पहली बैठक थी जिसमें गैलिक आयरिश प्रमुखों ब साथ ही आंग्ल-आयरिश कुलीनों ने भाग लिया था। शैली "हेनरी अष्टम, ईश्वर की कृपा से, इंग्लैंड, फ्रांस व आयरलैंड के राजा, विश्वास के रक्षक, पूरी पृथ्वी पर चर्च ऑफ इंग्लैंड के तथा आयरलैंड के भी सर्वोच्च प्रमुख लॉर्ड (Henry the Eighth, by the Grace of God, King of England, France and Ireland, Defender of the Faith and of the Church of England and also of Ireland in Earth Supreme Head)" हेनरी के शासन-काल के अंत तक प्रयोग में बनी
हेनरी का [[ध्येयवाक्य|आदर्श वाक्य]] "कोयूर लॉयल (Coeur Loyal)" ("सच्चा हृदय [true heart]") था और उन्होंने कढ़ाई करवाकर इसे अपने वस्रों पर दिल के एक चिह्न और "लॉयल (loyal)" शब्द के साथ लगवाया था। उनका प्रतीक-चिह्न ट्युडर गुलाब तथा ब्यूफोर्ट पोर्टकलिस था।
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ड्यूक ऑफ योर्क के रूप में, हेनरी अपने पिता के हथियारों (अर्थात राज के हथियारों) का प्रयोग किया, जिसमें ''लेबल ऑफ थ्री पॉइन्ट्स अर्माइन (label of three points ermine)'' के द्वारा अंतर किया गया था। राजा के रूप में, हेनरी के हथियार भी हेनरी चतुर्थ के समय से ही उनके पूर्वजों द्वारा प्रयोग किये जा रहे हथियारों जैसे ही थे: ''Quarterly, Azure three fleurs-de-lys Or (फ्रांस के लिये) and Gules three lions passant guardant in pale Or (इंग्लैंड के लिये)'' .
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Coat of Arms of the Tudor Princes of Wales (1489-1574).svg | प्रिस ऑफ़ वेल्स के रूप में राज्य - चिह्न
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Coat of Arms of England (1509-1554).svg | शासनकाल के अन्त में हेनरी अष्टम का राज्य - चिह्न
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== वर्तमान समारोह ==
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| '''जूलियस द्वितीय''' <br /><small>31 अक्टूबर 1503 - 21 फ़रवरी 1513</small><br /><small>हेनरी अष्टम की आयु के 12वें और 21वें वर्ष के बीच</small><br /><small>हेनरी और पोप निकट सहयोगी थे।</small>
| [[चित्र:Pope Julius II.jpg|70px]]
| <small> हेनरी को अपने भाई की विधवा से विवाह करने की अनुमति प्रदान
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| '''लियो दशम''' <br /><small>9 मार्च 1513 - 1 दिसम्बर 1521</small><br /><small>हेनरी अष्टम की आयु के 21वें और 30वें वर्ष के बीच.</small><br /><small>हेनरी और पोप निकट सहयोगी थे।</small>
| [[चित्र:Pope-leo10.jpg|70px]]
| <small> अपने जीवन के अंतिम सप्ताह में हेनरी अष्टम को ''विश्वास के रक्षक (Defender of the Faith)'' की उपाधि प्रदान
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| '''एड्रियन षष्ठम''' <br /><small>9 जनवरी 1522 - 14 सितम्बर 1523</small><br /><small>हेनरी अष्टम की आयु के 30वें और 32वें वर्ष के बीच</small><br /><small> संक्षिप्त धर्माध्यक्षकाल</small>
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| '''क्लीमेंट सप्तम''' <br /><small>26 नवम्बर 1523 - 25 सितम्बर 1534</small><br /><small>हेनरी अष्टम की आयु के 32वें और 42वें वर्ष के बीच.</small><br /><small>हेनरी ने एंग्लिकन चर्च का गठन किया</small>
| [[चित्र:Clement VII. Sebastiano del Piombo. c.1531..jpg|70px]]
| <small>सन 1527 में हेनरी अष्टम का तलाक का निवेदन अस्वीकार कर
|- valign="top"
| '''पॉल तृतीय''' <br /><small>13 अक्टूबर 1534 - 10 नवम्बर 1549</small><br /><small>हेनरी अष्टम की आयु के 42वें वर्ष और मृत्यु के बीच.</small><br /><small>पोप से अंतिम संबंध-विच्छेद.</small>
| [[चित्र:Tizian 083b.jpg|70px]]
| <small> इनकी नियुक्ति के 15 महीनों बाद कैथरिन ऑफ ऐरागॉन की मृत्यु हो गई। </small><small>17 दिसम्बर 1538 को, धर्माध्यक्ष के रूप में अपने चौथे वर्ष में, पॉल तृतीय ने हेनरी अष्टम को बहिष्कृत कर
|}
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* मूरहॉउस, जेफ्री. ''ग्रेट हैरीज़ नेवी: हाउ हेनरी VIII गेव इंगलैंड सीपॉवर'' (2007)
* मूरहॉउस, जेफ्री. ''द लास्ट डिवाइन ऑफिस: हेनरी VIII एंड द डिसल्युशन ऑफ़ द मोनास्ट्रिज़'' (2009)
* स्लैविन, आर्थर जे., एड. ''हेनरी VIII एंड इंग्लिश रिफॉर्मेशन'' (1968), इतिहासकारों द्वारा वाचन. ऑन [http://www.questia.com/read/97615501?title=Henry%20VIII%20and%20the%20English%20Reformation लाइन संस्करण]
* स्मिथ, एच. मेनार्ड. ''हेनरी VIII एंड द रिफॉर्मेशन'' (1948) [http://www.questia.com/read/8851653?title=Henry%20VIII%20and%20the%20Reformation ऑनलाइन संस्करण]
* ''वैगनर, जॉन ए. बोसवर्थ फिल्ड टू ब्लडी मैरी: एन इनसाइक्लोपीडिया ऑफ़ द अर्ली ट्युडर्स (2003).'' ''ISBN 1-57356-540-7.''
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|PLACE OF BIRTH=[[प्लैसेंटिया का महल]], [[ग्रीनविच]]
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|PLACE OF DEATH=[[व्हाइटहाल महल]], [[लंदन]]
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{{DEFAULTSORT:हेनरी अष्टम, इंग्लैंड के राजा}}
[[श्रेणी:1491 में जन्में]]
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