"वेंकटरामन रामकृष्णन": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: आंशिक कड़ी सुधार।
छो बॉट: आंशिक लिप्यंतरण
पंक्ति 42:
वेंकटरामन रामकृष्णन ने 1977 में करीब 95 शोधपत्र प्रकाशित किए।<ref>{{cite web|url=http://www.mrc-lmb.cam.ac.uk/ribo/homepage/ramak/ramak_publications.html|title=Publications (Venki Ramakrishnan)|publisher=Laboratory of Molecular Biology|accessdate=2009-10-07}}</ref> वर्ष 2000 में वेंकटरामन ने प्रयोगशाला में [[राइबोसोम]] की तीस ईकाईयों का पता लगाया और [[एंटीबायोटिक्स|प्रतिजैविकों]] के साथ इनके यौगिकों पर भी अनुसंधान किया।<ref>{{cite web|url=http://www.mrc-lmb.cam.ac.uk/ribo/|title=Welcome to the Ramakrishnan Lab web page|date=2004|publisher=Laboratory of Molecular Biology|accessdate=2009-10-07}}</ref> 26 अगस्त 1999 को इन्होंने [[राइबोसोम]] पर आधारित तीन शोधपत्र प्रकाशित किए। उनका यह शोधकार्य 21 सितबंर 2000 को नेचर पत्रिका में छपा।<ref name = "toi"/> उनके हालिया शोध से [[राइबोसोम]] की परमाणु संरचना का पता लगता है। रामकृष्णन् का नाम हिस्टोन और क्रोमैटिन की संरचना कार्य के लिए भी जाना जाता है।
 
== संदर्भसन्दर्भ ==
{{reflist}}
==बाहरी कड़ियाँ==