"अश्वपति": अवतरणों में अंतर

छो सन्दर्भ की स्थिति ठीक की।
छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
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* अश्वपति द्वारा पराशर से गायत्री व सावित्री जप विधान का श्रवण, सावित्री - सत्यवान् की कथा<ref>लक्ष्मीनारायण १.३६६</ref>
 
== संदर्भसन्दर्भ ==
<references />
* [http://www.angelfire.com/puranastudy/pur_index2/pva24.htm एन्जिलफायर]