"देवघर": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
PANKAJ DEO (वार्ता | योगदान) छोNo edit summary |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: वर्तनी एकरूपता। |
||
पंक्ति 85:
लेकिन ऐतिहासिक रूप से इस मंदिर की स्थापना १५९६ की मानी जाती है जब बैजू नाम के व्यक्ति ने खोए हुए लिंग को ढूंढा था। तब इस मंदिर का नाम बैद्यनाथ पड़ गया। कई लोग इसे कामना लिंग भी मानते हैं।
दर्शन का समय: सुबह ४ बजे-दोपहर ३.३० बजे, शाम ६ बजे-रात ९ बजे तक। लेकिन विशेष धार्मिक अवसरों पर समय को बढ़या जा सकता
यहाँ पर साबन महिना मे बड़ा मेला लगता है मान्यता है की भगवान शिबजी सावन महिना में यहाँ बिराजते है इस लिये सुलतान से गंगा जल भर कर काबरिया पैदल करीब ९५ की.मी.यात्रा करके यहाँ पहुचते है और भगवान शिव को गंगा जल अर्पित करते
== मंदिर के मुख्य आकर्षण ==
पंक्ति 128:
बस: भागलपुर, हजारीबाग, रांची, जमशेदपुर और गया से देवघर के लिए सीधी और नियमित बस सेवा उपलब्ध है।
==
* [[वैद्यनाथ मंदिर, देवघर]]
* [[झारखंड]]
|