"महावंश": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:[[File:Mahavamasha.jpg|thumb|Mahavamsha]]|350px| महावंश एक महान इतिहास के लिखि पद्य है ]]
'''महावंश''' (शाब्दिक अर्थ : महान इतिहास) [[पालि]] भाषा में लिखी पद्य रचना है। इसमें श्रीलंका के राजाओं का वर्नन है। इसमें [[कलिंग]] के राजा विजय (५४३ ईसा पूर्व) के श्रीलंका आगमन से लेकर राजा महासेन (334–361) तक की अवधि का वर्णन है। यह सिंहल का प्रसिद्ध ऐतिहासिक महाकाव्य है। भारत का शायद ही कोई प्रदेश हो, जिसका इतिहास उतना सुरक्षित हो, जितना सिंहल का; डब्ल्यू गेगर की इस सम्मति का आधार महावंस ही है। महान लोगों के वंश का परिचय करानेवाला होने से तथा स्वयं भी महान होने से ही इसका नाम हुआ "महावंस" (महावंस टीका)।