"अभिकेन्द्रीय बल": अवतरणों में अंतर

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छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
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न्यूटन के गति के द्वितीय नियम के अनुसार यदि कहीं कोई त्वरण है तो त्वरण की दिशा में बल अवश्य लग रहा होगा। अतः यदि '''m''' द्रव्यमान का कण एकसमान वृत्तीय गति कर रहा हो तो उस पर लगने वाले अभिकेन्द्रीय बल का मान निम्नलिखित सूत्र द्वारा दिया जायेगा:
 
<math>
\mathbf{F} =
- \frac{m v^2}{r}\hat{\mathbf u}_r = - m \omega^2 \mathbf{r}