"अलेक्सांद्र पूश्किन": अवतरणों में अंतर

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{{ज्ञानसन्दूक लेखक
| नाम = अलेक्सांद्र पूश्किन
| चित्र = AleksandrPushkin.jpg
 
| चित्र आकार = 200px
| चित्र शीर्षक = अलेक्सांद्र, वैसिली ट्रैपिनिन का तैलचित्र
| उपनाम =
| जन्मतारीख़ = [[6 जून]], [[1799]]
| जन्मस्थान = [[मास्को]], [[रूस]]
| मृत्युतारीख़ = [[10 फरवरी]], [[1837]]
| मृत्युस्थान = [[सेंट पीटर्सबर्ग]], [[रूस]]
| कार्यक्षेत्र = कवि और लेखक
| राष्ट्रीयता = [[रूस|रूसी]]
| भाषा = [[रूसी भाषा]]
| काल = <!--is this for her writing period, or for her life period? I'm not sure...-->
| विधा = गद्य और पद्य
| विषय = [[कविताएँ]],
| आन्दोलन =
| पहली कृति =
| प्रभाव डालने वाला = <!--यह लेखक किससे प्रभावित होता है-->
| प्रभावित = <!--यह लेखक किसको प्रभावित करता है-->
| हस्ताक्षर =
| जालपृष्ठ =
| टीका-टिप्पणी =
| मुख्य काम =
}}
'''अलेक्सांद्र सेर्गेयेविच पूश्किन''' ([[रूसी भाषा|रूसी]]: Алекса́ндр Серге́евич Пу́шкин ([[6 जून]] [O.S. मई 26] [[1799]] – [[10 फरवरी]] [O.S. जनवरी 29] [[1837]]) [[रूसी भाषा]] के [[छायावाद|छायावादी]] कवियों में से एक थे जिन्हें रूसी का सर्वश्रेष्ठ कवि माना जाता है।<ref name="virginia">[http://www.faculty.virginia.edu/dostoevsky/texts/devil_pushkinbio.html Short biography from University of Virginia], retrieved on 24 नवम्बर 2006.</ref><ref name="Reid">[http://www.worldandi.com/newhome/public/2004/March/bkpub1print.asp Allan Reid, "Russia's Greatest Poet/Scoundrel"], retrieved on 2 सितंबर 2006.</ref><ref>[http://news.bbc.co.uk/2/hi/programmes/from_our_own_correspondent/361169.stm BBC News, 5 जून 1999, "Pushkin fever sweeps Russia"], retrieved 1 सितंबर 2006.</ref><ref>[http://news.bbc.co.uk/2/hi/entertainment/2977322.stm BBC News, 10 जून 2003, "Biographer wins rich book price"], retrieved 1 सितंबर 2006.</ref> उन्हें आधुनिक रूसी कविता का संस्थापक भी माना जाता है।<ref>[http://www.pushkinskijdom.ru/Default.aspx?tabid=1241 Biography of Pushkin at the Russian Literary Institute "Pushkin House"], retrieved 1 सितंबर 2006.</ref><ref name="Gorky">[http://www.marxists.org/archive/gorky-maxim/misc/pushkin.htm Maxim Gorky, "Pushkin, An Appraisal"], retrieved 1 सितंबर 2006</ref> पूश्किन के 38 वर्ष के छोटे जीवनकाल को हम 5 खंडों में बाँटकर समझ सकते हैं। 26 मई 1799 को उनके जन्म से 1820 तक का समय बाल्यकाल और प्रारंभिक साहित्य रचना को समेटता है। 1820 से 1824 का समय निर्वासन काल है। 1824 से 1826 के बीच वे [[मिखायेलोव्स्कोये]] में रहे। 1826-1831 में वे [[ज़ार]] के करीब आकर प्रसिद्धि के शिखर पर पहुँचे। 1831 से उनकी मृत्यु (29 जनवरी 1837) तक का काल उनके लिए बड़ा दुःखदायी रहा।
 
== कविता का प्रारंभ ==
बारह साल की उम्र में पूश्किन को [[त्सारस्कोयेस्येलो]] के बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा गया। सन्‌ 1817 में पूश्किन पढ़ाई पूरी कर [[सेंट पीटर्सबर्ग]] आ गए और विदेश मंत्रालय के कार्यों के अतिरिक्त उनका सारा समय कविता करने और मौज उड़ाने में बीता, इसी दौरान सेना के नौजवान अफसरों द्वारा बनाई गई साहित्यिक संस्था ग्रीनलैंप में भी उन्होंने जाना शुरू कर दिया था, जहाँ उनकी कविता का स्वागत हुआ। मुक्त माहौल में अपने विचारों को व्यक्त करने की स्वतंत्रता का उपयोग करते हुए पूश्किन ने ''ओड टू लिबर्टी'' (मुक्ति के लिए गीत, 1817), ''चादायेव के लिए'' (1818) और ''देश में'' (1819) जैसी कविताएँ लिखीं। दक्षिण में [[येकातेरीनोस्लाव]], [[काकेशस]] और [[क्रीमिया]] की अपनी यात्राओं के दौरान उन्होंने खूब पढ़ा और खूब लिखा, इसी बीच वे बीमार भी पड़े और जनरल रायेव्स्की के परिवार के साथ काकेशस और क्रीमिया गए। पूश्किन के जीवन में यह यात्रा यादगार बनकर रह गई। काकेशस की खूबसूरत वादियों में वे रोमांटिक कवि [[बायरन]] की कविता से परिचित हुए। सन्‌ 1823 में उन्हें [[ओद्देसा]] भेज दिया गया। ओद्देसा में जिन दो स्त्रियों से उनकी नजदीकीयाँ रहीं उनमें एक थी एक [[सर्बिया|सर्ब]] व्यापारी की इटालियन पत्नी एमिलिया रिजनिच और दूसरी थी प्रांत के गवर्नर जनरल की पत्नी काउंटेस वोरोन्त्सोव। इन दोनों महिलाओं ने पूश्किन के जीवन में गहरी छाप छोड़ी। पूश्किन ने भी दोनों से समान भाव से प्रेम किया और अपनी कविताएँ भी उन्हें समर्पित कीं। किंतु दूसरी ओर काउंटेस से बढ़ी नजदीकी उनके हित में नहीं रही। उन्हें अपनी माँ की जागीर [[मिखायेलोव्स्कोये]] में निर्वासित कर दिया गया। रूस के इस सुदूर उत्तरी कोने पर पूश्किन ने जो दो साल बिताए, उनमें वे ज्यादातर अकेले रहे। पर यही समय था जब उन्होंने ''येव्गेनी अनेगिन'' और ''बोरिस गोदुनोव'' जैसी विख्यात रचनाएँ पूरी कीं तथा अनेक सुंदर कविताएँ लिखीं। अंततः सन्‌ 1826 में 27 वर्ष की आयु में पूश्किन को [[ज़ार निकोलस]] ने निर्वासन से वापस सेंट पीटर्सबर्ग बुला लिया। मुलाकात के दौरान जार ने पूश्किन से उस कथित षड्यंत्र की बाबत पूछा भी जिसकी बदौलत उन्हें निर्वासन भोगना पड़ा था। सत्ता की नजरों में वे संदेहास्पद बने रहे और उनकी रचनाओं को भी सेंसर का शिकार होना पड़ा, पर पूश्किन का स्वतंत्रता के प्रति प्रेम सदा बरकरार रहा। सन्‌ 1828 में मास्को में एक नृत्य के दौरान पूश्किन की भेंट नाताल्या गोंचारोवा से हुई। 1829 के बसंत में उन्होंने नाताल्या से विवाह का प्रस्ताव किया। अनेक बाधाओं के बावजूद सन 1831 में पूश्किन का विवाह नाताल्या के साथ हो गया।
 
== अंतिम समय ==