"ऋतु": अवतरणों में अंतर
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'''[[ऋतु]]''' एक [[वर्ष]] से छोटा कालखंड है जिसमें [[मौसम]] की दशाएँ एक खास प्रकार की होती हैं। यह कालखण्ड एक वर्ष को कई भागों में विभाजित करता है जिनके दौरान पृथ्वी के सूर्य की परिक्रमा के परिणामस्वरूप दिन की अवधि, तापमान, वर्षा, आर्द्रता इत्यादि मौसमी दशाएँ एक चक्रीय रूप में बदलती हैं। मौसम की दशाओं में वर्ष के दौरान इस चक्रीय बदलाव का प्रभाव [[पारितंत्र]] पर पड़ता है और इस प्रकार पारितंत्रीय ऋतुएँ निर्मित होती हैं यथा [[पश्चिम बंगाल]] में [[जुलाई]] से [[सितम्बर]] तक [[वर्षा ऋतु]] होती है, यानि पश्चिम बंगाल में जुलाई से अक्टूबर तक, वर्ष के अन्य कालखंडो की अपेक्षा अधिक वर्षा होती है। इसी प्रकार यदि कहा जाय कि [[तमिलनाडु]] में मार्च से जुलाई तक [[गृष्म ऋतु]] होती है, तो इसका अर्थ है कि तमिलनाडु में मार्च से जुलाई तक के महीने साल के अन्य समयों की अपेक्षा गर्म रहते हैं।
एक ॠतु = २ मास।
भारत में परंपरागत रूप से मुख्यतः छः ऋतुएं परिभाषित की गयी हैं।<ref>{{cite web|url=http://www.rajasthanpatrika.com/article/opinion/7272013/home-news/486622 |title=ऋतुओं से जुड़ा हमारा जीवन
{| class="wikitable" style="font-size: 85%; text-align: left; width: auto;"
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