"ऑटो एक्सपो": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
आशीष भटनागर (वार्ता | योगदान) |
आशीष भटनागर (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1:
भारतीय वाहन उद्योग का सबसे बड़ा आयोजन नौंवा ‘ऑटो एक्स्पो’ (वाहन प्रदर्शनी) दिल्ली में हुआ। भारत दुपहिया वाहनों का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। 12 हजार वर्गमीटर में '''ऑटो एक्स्पो''' का आयोजन हुआ था । इस मेले में [[ऑटोमोबाइल]] उद्योग से जुड़ी 2000 कंपनियों ने भाग लिया। इसमें 60 प्रतिशत भारतीय और 40 प्रतिशत विदेशी भागीदार थीं। मेला 17 जनवरी २००८ तक चला था। भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग की प्रगति के प्रतीक आटो एक्सपो के नौवें संस्करण में विभिन्न वर्गों में 30 नए वाहनों को उतारा गया था।<ref name="hindimedia">[http://www.hindimedia.in/index.php?option=com_content&task=view&id=970&Itemid=85 हिन्दी मीडिया]</ref>
==महोत्सव==
यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा ऑटो एक्सपो रहा। 2006 के ऑटो एक्सपो के मुकाबले इसमें कई चीजों में दोगुनी बढ़ोतरी दिखाई दी थी। जैसे, 2006 के मेले में 1100 कंपनियों ने हिस्सा लिया था और २००८ में इनकी संख्या करीब 2200 रही। इसी तरह 2006 में मेला 65 हजार वर्ग मीटर में लगा था। और २००८ में इसकी जगह करीब 1 लाख 20 हजार वर्ग मीटर है। मेले में 25 से 30 नई कारें लॉन्च की गईं। यह मेला एशिया के सबसे बड़े ऑटो मेले शंघाई ऑटो शो को भी कई मामलों में टक्कर दे रहा था। इस में 27 देशों के कारोबारी प्रतिनिधि और 28 देशों की कंपनियाँ यहां सम्मिलित हुई थीं। इसमें जर्मनी और चीन की भागीदारी खास थीं।<ref name="hindimedia">
==मुख्य आकर्षण==
|