"ग़ज़ल": अवतरणों में अंतर
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भाव के आधार पर भी गज़लें दो प्रकार की होती हैं-
* [[मुसल्सल]] गज़लें- जिनमें शेर का भावार्थ एक दूसरे से आद्यंत जुड़ा रहता है।
* [[ग़ैर मुसल्सल]] गज़लें- जिनमें हरेक शेर का भाव स्वतंत्र
== इतिहास ==
=== अरबी में ===
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