"गोपुरम": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: लिप्यंतरण।
छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
पंक्ति 10:
| location=New York
| pages= p. 762
| id= ISBN 0-471-82451-3}}</ref> ्यह ऊपर किरीट कलश से शोभायमान होता है। यह मन्दिरों की चारदीवारी में बने द्वार का काम देते हैं।<ref name=ching>{{cite book
| first=Francis D.K.
| last= Ching
पंक्ति 19:
| location=New York
| pages= p. 253
| id= ISBN 0-471-82451-3}}</ref>
 
गोपुरमों का इतिहार आरम्भिक [[पल्लव वंश]] के निर्माणों एवं बारहवीं शताब्दी के [[पांड्य शासक]]ओं द्वारा बनवाए गए प्रधान अंगों में जाता है। इनसे मन्दिर के अंदरूनी भाग ढंक जाते हैं, क्योंकि ये प्रायः मुख्य मन्दिर से काफ़ी बडे़ होते हैं।<ref name=mitchell>{{cite book