"ठोस कोण": अवतरणों में अंतर

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'''ठोस कोण''' (solid angle ; संकेत: {{math|'''Ω'''}}) [[ज्यामिति]] में, त्रिविम अवकाश में किसी वस्तु द्वारा, किसी बिन्दु पर बनाया गया द्वि-विम कोण है। यह दर्शाता है कि उस बिन्दु से देखने पर वह वस्तु 'कितनी बड़ी' दिखेगी। [[अन्तराष्ट्रीय इकाई प्रणाली]] में ठोस कोण को [[स्टेरेडियन]] से मापते हैं जो एक [[विमारहित राशि]] है। इसका संकेत है- '''sr'''.
 
पास स्थित छोटी वस्तु दूर स्थित बड़ी वस्तुओं के बराबर ठोस कोण बना सकती हैं। इसीलिये दूर स्थित बड़ी वस्तुएँ भी छोटी दिखतीं हैं। उदाहरण के लिये यद्यपि [[चन्द्रमा]], [[सूर्य]] की अपेक्षा बहुत छोटा है फिर भी धरती से देखने पर दोनों लगभग समान 'आकार' के दिखाई देते हैं। इसका कारण है कि चन्द्रमा, सूर्य की अपेक्षा धरती से बहुत पास है।
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जहाँ :
* Ω : [[स्टेरेडियन]] (sr) में
* S : [[वर्ग मीटर]] (m<sup>2</sup>) में,
* R : [[मीटर]] (m) में हैं।