"दक्षिण अमेरिका": अवतरणों में अंतर

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{{otheruses4|दक्षिण अमेरिका महाद्वीप|आमतौर पर अमेरिका नाम से जाने जाने वाले देश|संयुक्त राज्य अमेरिका}}
'''दक्षिण अमेरिका''' ([[स्पेनी]]: ''América del Sur''; [[पुर्तगाली]]: ''América do Sul'') [[उत्तर अमेरिका]] के दक्षिण पूर्व में स्थित [[पश्चिमी गोलार्द्ध]] का एक [[महाद्वीप]] है।<ref>"[http://www.bartleby.com/65/st/SthAmer.html दक्षिण अमरीका]. ''[http://www.bartleby.com/65/ कोलंबिया विश्वकोष]'', षष्टम संस्करण २००१-६ [[न्यू यॉर्क]], कोलंबिया युनिवर्सिटी प्रेस": "fourth largest continent ..., the southern of the two continents of the Western Hemisphere."</ref> दक्षिणी अमेरिका उत्तर में १३<sup>०</sup> उत्तरी [[अक्षांश]] (गैलिनस अन्तरीप) से दक्षिण में ५६<sup>०</sup> दक्षिणी अक्षांश (हार्न अन्तरीप) तक एवं पूर्व में ३५<sup>०</sup> पश्चिमी [[देशान्तर]] (रेशिको अन्तरीप) से पश्चिम में ८१<sup>०</sup> पश्चिमी देशान्तर (पारिना अन्तरीप) तक विस्तृत है।<ref>{{cite book |last=तिवारी |first=विजय शंकर |title= आलोक भू-दर्शन |year=जुलाई २००४ |publisher=निर्मल प्रकाशन |location=कोलकाता |id= |page=६६ |accessday= १९|accessmonth= जुलाई|accessyear= २००९}}</ref> इसके उत्तर में [[कैरीबियन सागर]] तथा [[पनामा नहर]], पूर्व तथा उत्तर-पूर्व में [[अन्ध महासागर]], पश्चिम में [[प्रशान्त महासागर]] तथा दक्षिण में [[अण्टार्कटिक महासागर]] स्थित हैं।<ref name="तिवारी जुलाई २००४ ५८-८१">{{cite book |last=तिवारी |first=अर्चना |title= भूगोल परिचय |year=जुलाई २००४ |publisher=भारती सदन |location=कोलकाता |id= |page=५८-८१ |accessday= १९|accessmonth= जुलाई|accessyear= २००९}}</ref> [[भूमध्य रेखा]] इस महाद्वीप के उत्तरी भाग से एवं [[मकर रेखा]] मध्य से गुजरती है जिसके कारण इसका अधिकांश भाग [[उष्ण कटिबन्ध]] में पड़ता है। दक्षिणी अमेरिका की उत्तर से दक्षिण लम्बाई लगभग ७,२०० किलोमीटर तथा पश्चिम से पूर्व चौड़ाई ५,१२० किलोमीटर है। विश्व का यह चौथा बड़ा महाद्वीप है, जो आकार में [[भारत]] से लगभग ६ गुना बड़ा है। [[पनामा नहर]] इसे [[पनामा भूडमरुमध्य]] पर [[उत्तरी अमरीका]] [[महाद्वीप]] से अलग करती है। किंतु [[पनामा]] देश [[उत्तरी अमरीका]] में आता है।<ref>[http://unstats.un.org/unsd/methods/m49/m49regin.htm#americas "अमेरिकाज़"] ''स्टैन्डर्ड कंट्री एण्ड एरिया कोड्स क्लासिफ़िकेशन (M49)'', [[संयुक्त राष्ट्र]] सांख्यिकी प्रभाग</ref><ref>[http://atlas.nrcan.gc.ca/site/english/maps/reference/international/north_america/referencemap_image_view "उत्तरी अमरीका"] ''[[कनाडा का एटलस''</ref><ref>[http://www.nationalgeographic.com/xpeditions/atlas/index.html?Parent=nameri&Rootmap=&Mode=d&SubMode=w उत्तरी अमरीका का एटलस] नेशनल ज्यॉग्रैफिक</ref>
 
३२,००० किलोमीटर लम्बे समुद्रतट वाले इस महाद्वीप का समुद्री किनारा सीधा एवं सपाट है, तट पर द्वीप, प्रायद्वीप तथा खाड़ियाँ कम हैं जिससे अच्छे बन्दरगाहों का अभाव है। खनिज तथा प्राकृतिक सम्पदा में धनी यह महाद्वीप गर्म एवं नम जलवायु, पर्वतों, पठारों घने जंगलों तथा मरुस्थलों की उपस्थिति के कारण विकसित नहीं हो सका है। यहाँ विश्व की सबसे लम्बी पर्वत-श्रेणी [[एण्डीज पर्वतमाला]] एवं सबसे ऊँची [[टीटीकाका झील]] हैं। भूमध्यरेखा के समीप [[पेरू]] देश में [[चिम्बोरेजो]] तथा [[कोटोपैक्सी]] नामक विश्व के सबसे ऊँचे ज्वालामुखी पर्वत हैं जो लगभग ६,०९६ मीटर ऊँचे हैं। [[अमेजन]], [[ओरीनिको]], [[रियो डि ला प्लाटा]] यहाँ की प्रमुख नदियाँ हैं। दक्षिण अमेरिका की अन्य नदियाँ [[ब्राज़ील]] की साओ फ्रांसिस्को, [[कोलम्बिया]] की मैगडालेना तथा [[अर्जेण्टाइना]] की रायो कोलोरेडो हैं। इस महाद्वीप में [[ब्राज़ील]], [[अर्जेंटीना]], [[चिली]], [[उरुग्वे]], [[पैराग्वे]], [[बोलिविया]], [[पेरू]], [[ईक्वाडोर]], [[कोलोंबिया]], [[वेनेज़ुएला]], [[गुयाना]] (ब्रिटिश, डच, फ्रेंच) और [[फ़ाकलैंड द्वीप-समूह]] आदि देश हैं।
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दक्षिण अमेरिका का इतिहास और [[संस्कृति]] विश्व की प्राचीनतम संस्कृतियों में से हैं। पेरू की केंद्रीय पहाड़ियों में लाखों वर्षों पूर्व मानव जीवन की शुरुआत हुई। यहाँ की सर्वप्रमुख सभ्यता [[इंका सभ्यता|इंका की सभ्यता]] थी जिसका अधिकारक्षेत्र पेरू, ईक्वाडोर, बोलीविया तथा अर्जेंटीना और चिली के उत्तरी भागों में फैला हुआ था। पेरू की राजधानी लीमा के समीपवर्ती क्षेत्रों में इंका सभ्यता की हजारों ममियाँ प्राप्त हुई हैं।<ref>{{cite web |url= http://www.bbc.co.uk/hindi/news/020417_mummy_nk.shtml|title=पेरू में मिला ममी का ख़ज़ाना|accessmonthday=[[८ दिसंबर]]|accessyear=[[२००९]]|format=|publisher=बीबीसी हिन्दी डॉट कम|language=}}</ref> पंद्रहवी शताब्दी के अंत में यह चरमोत्कर्ष पर थी। इंका सभ्यता में शासक को इंका कहा जाता था एवं उसका सदैव आदर किया जाता था। यह सभ्यता अपनी उत्तम यातायात, संचार एवं डाक व्यवस्था के लिए जानी जाती है। [[माचू पिच्चू]] प्रमुख नगर था जिसके सुंदर पुरातात्विक अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। यूरोपीय समुद्र अभियानों में दक्षिणी अमेरिका की स्थिति की खोज सोलहवीं सदी के प्रारम्भ में हुई। इसके तट की विस्तृत खोज भी [[अमेरिगो वेस्पूची]] ने कुछ समय पश्चात् की, किन्तु अधिकांश आन्तरिक अगम्य भागों में दक्षिणी यूरोपवासियों का विस्तार अठारहवीं सदी में ही हुआ। यहाँ पर राज्यों एवं उनकी सीमाओं का निर्माण तथा सुचारु व्यवस्थाएँ उन्नीसवीं सदी की हैं। दक्षिण अमेरिका में अधिकांश देशवासी प्रारम्भ से ही स्पेन व पुर्तगाल से आकर बसे। फिर भी यहाँ बसने वालों को अपने पितृ देश की गुलामी सोलहवीं से उन्नीसवीं सदी तक कमोवेश भुगतनी पड़ी। यूरोपीय प्रभाव के कारण इसे लैटिन अमेरिका या लातीनी अमेरिका भी कहा गया। वर्तमान में दक्षिणी अमेरिका में मुख्य भूमि पर १३ देश एवं [[फाकलैण्ड द्वीप समूह]] है। इसके अतिरिक्त मध्य अमेरिका में ८ देश हैं एवं लेटिन अमेरिका में इन सबके साथ-साथ [[मेक्सिको]] एवं [[क्यूबा]] भी सम्मिलित है।
 
[[१४९४]] में उस समय की दो महान समुद्री शक्तियों, पुर्तगाल और स्पेन ने [[तोर्देसिलास की संधि]] पर हस्ताक्षर कर इस बात पर सहमति जताई कि, यूरोप से बाहर ढूंढी जाने वाली सारी जमीन पर उन दोनों देशों का विशेष [[द्वयाधिकार]] होगा। संधि के पालन के लिए उत्तर-दक्षिण [[मध्याह्न रेखा|मध्याह्न]] ३७० [[लीग (इकाई)|लीग]], [[केप वर्दे|केप वर्दे द्वीप समूह]] के पश्चिम से एक काल्पनिक रेखा का निर्धारण किया गया जो मोटे तौर पर ४६° ३७' पश्चिम थी। संधि के अनुसार यह निश्चित किया गया कि इस रेखा के पश्चिम में पायी जाने वाली समस्त भूमि स्पेन के हिस्से मे जायेगी और पूर्व की सभी जमीन पुर्तगाल की होगी। उस समय देशांतर रेखाओं का सटीक और निश्चित मापन असंभव था, इस कारण इस संधि का अक्षरक्ष: पालन नहीं हो सका जिसके परिणामस्वरूप मध्याह्न के पश्चिम मे होने के बावजूद ब्राजील में पुर्तगाली विस्तार हो गया। १५३० के दशक के शुरुआत में, दक्षिण अमेरिका के लोगों और प्राकृतिक संसाधनों का विदेशी विजेताओं द्वारा बार बार शोषण किया गया, पहले स्पेन और बाद में पुर्तगाल द्वारा। निर्दयतापूर्वक इन पर विदेशी भाषा और धर्म लादे गए और बंधक मजदूर बनाए गए। इन दोनों प्रतिस्पर्धी औपनिवेशिक देशों ने इस महाद्वीप के संसाधनों को उनका अपना होने का दावा किया और इस महाद्वीप को उपनिवेशों में बाँट दिया।
 
लंबे चले स्वतंत्रता संग्राम के बाद १८०४ और १८२६ के बीच दक्षिण अमेरिका के सभी स्पैनिश उपनिवेश, स्वतंत्र हो गये। पुर्तगाली उपनिवेश ब्राजील में, डोम पेड्रो प्रथम (पुर्तगाल का डोम पेड्रो चतुर्थ भी कहते हैं), जो पुर्तगाली नरेश डोम जोआयो षष्टम का पुत्र था, ने १८२२ में ब्राजील की स्वतंत्रता की घोषणा की और ब्राजील का पहला सम्राट बना। पुर्तगाल के राज परिवार ने इसे शांति से स्वीकार कर लिया। गुयाना इसके बहुत बाद १९६६ में [[संयुक्त राजशाही]] के नियंत्रण और सूरीनाम १९७५ में डच नियंत्रण से मुक्त हुआ जबकि फ्रेंच गयाना आज भी फ्रांस का एक हिस्सा बना हुआ है। कोलम्बिया इस समय तक आंतरिक संघर्ष से जूझ रहा है, जो [[१९६४]] में मार्क्सवादी छापामारों के गठन के साथ शुरू हुआ था और अब कई वामपंथी विचारधारा रखने वाले अवैध सशस्त्र समूह और नशीली दवाओं का व्यापार करने वाले माफियाओं की निजी सेनायें इसमें शामिल हो गये हैं।
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धरातलीय स्वरूप के अन्तर की दृष्टि से दक्षिण अमेरिका महाद्वीप विशेष महत्त्वपूर्ण है। पश्चिम की ओर तट के समानान्तर [[एण्डीज कार्डिलेरा]] पर्वत शृंखला उत्तर से दक्षिण की ओर फैली हुई है<ref>{{cite book |last=मामोरिया |first=चतुर्भुज |title= भौगोलिक चिन्तन एवं तीन दक्षिणी महाद्वीप |year=नवंबर २००८ |publisher=साहित्य भवन |location=आगरा |id= |page=१५४|accessday= ८|accessmonth= दिसंबर|accessyear= २००९}}</ref> जो [[उत्तरी अमेरिका]] के [[राकी पर्वत]] का ही सिलसिला है। ७,२०० किलोमीटर लम्बी यह विश्व की सबसे लम्बी पर्वतमाला [[हिमालय]] के बाद सबसे ऊँची [[पर्वत शृंखला]] भी है। इसमें अनेक ऊँची-ऊँची पर्वत श्रेणियाँ, [[पठार]], तथा [[ज्वालामुखी शिखर]] पाये जाते हैं। संसार का सबसे ऊँचा ज्वालामुखी पर्वत [[कोटोपैक्सी]] (५,९७० मीटर) इसी भाग में स्थित है। इस पर्वतमाला की सबसे ऊँची चोटी अकाकागुआ (६,९६९ मीटर) सदैव बर्फ से ढकी रहती है। एण्डीज की साधारणतः दो श्रेणियाँ हैं जिनके मध्य बोलविया एवं पेरू के पठार तथा विशाल मीठे जल की झील [[टिटिकाका]] है। इस महाद्वीप में मुख्य तीन पठारी भाग है, गायना का पठार, ब्राज़ील का पठार एवं पेटागोनिया का [[पठार]]। गायना का कटा-छटा पठारी भाग जो ओरीनीको एवं अमेजन नदी के मुहाने के बीच है, ९०० से १,८०० मीटर ऊँचा है एवं जल विभाजक का कार्य करता है। त्रिभुजाकार ब्राज़ील का पठार दक्षिण अमेरिका के मध्यवर्ती भाग में [[अटलांटिक महासागर]] के तट पर उत्तर-पूर्व में केपराग से प्रारम्भ होकर दक्षिण में रियो ग्रेडो डी सुल तक विस्तृत है। कठोर [[पर्वत#वलित पर्वत|वलित]] चट्टाने से निर्मित होने के कारण अभी तक क्षय से बचा हुआ है। पेटागोनिया का पठार अर्जेन्टाइना में लिमये नदी से दक्षिणी अमेरिका के अंतिम छोर तक फैला है। ३०० से ९०० मीटक ऊँचा यह पठार पश्चिम में एण्डीज पर्वतमाला से सीमित होकर पूर्व में वेदिकायुक्त ढालों के रूप में अटलांटिक महासागर तक विस्तृत है।<ref name="तिवारी जुलाई २००४ ५८-८१"/>
 
पश्चिमी पहाड़ तथा पूर्वी पठारों के मध्य उत्तर से दक्षिण पूरे महाद्वीप की लम्बाई में फैला हुआ एक विशाल मैदान है। इस मैदान का क्षेत्रफल पूरे दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रफल का लगभग आधा है। इसके उत्तरी भाग को लानोज़ कहते हैं। [[ओरीनिको नदी]] द्वारा निर्मित लानोज़ [[वेनेज़ुएला]] एवं [[कोलंबिया]] में है। मैदान का मध्य भाग [[अमेज़न नदी]] का बेसिन है जिसे ब्राज़ीलवासी सेल्वाज कहते हैं। यह नदी प्रदेश उत्तर में गायना के पठार, पश्चिम में एण्डिज पर्वत एवं दक्षिण में [[ब्राजील के पठार]] से घिरा है। अमेज़न एवं इसकी सहायक २०० नदियों में सदा बाढ़ आने के कारण इस त्रिभुजाकार मैदान का बड़ा भाग दलदल बना रहता है जिससे यातायात का विकास नहीं हो पाता है। पराना, पराग्वे और युरुग्वे नदियों ने मिलकर पम्पास क्षेत्र की रचना की है जिसे लाप्लाटा का बेसिन भी कहते हैं। मध्य दक्षिण का यह उपजाऊ मैदान आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। इसकी औसत ऊचाई १८५ मीटर से भी कम है एवं [[अर्जेंटीना]], [[उरूग्वे]], [[पराग्वे]] तथा कुछ अंशों में दक्षिण ब्राजील एवं दक्षिण बोलविया में फैला है। सबसे दक्षिण भाग में पैटागोनिया का मरुस्थल है। एण्डीज पर्वत माला तथा [[प्रशान्त महासागर]] के मध्य निम्न भूमि की अत्यंत संकरी तटीय पट्टी पायी जाती है। लगभग १०० किलोमीटक चौड़ी यह पट्टी दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट के साथ-साथ उत्तर से दक्षिण तक फैली हुई है। पूर्वी तटीय प्रदेश अपेक्षाकृत अधिक चौड़ा है, इसकी चौड़ाई १५० से २०० किलोमीटर है। इसमें छोटी-छोटी तेज बहने वाली नदियाँ बहती हैं जो [[डेल्टा]] का निर्माण नहीं करती हैं।
 
== राजनीति ==
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! colspan="1" align=right style="background:lightgrey; padding-right:10px" |
|- style="font-size:95%"
! width="2%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | &nbsp;
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्र
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्रफल (वर्ग किलोमीटर)
! width="10%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | जनसंख्या (करोड़)
! width="15%" style="background:white; text-align:center" | &nbsp;
! width="2%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | &nbsp;
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्र
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्रफल (वर्ग किलोमीटर)
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| align=left style="padding-left:5px" | '''[[अर्जेंटीना]]'''
| align=left | २७९१८१०
| | ३.६२
! align=center rowspan=20 style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black; border-right:1px solid black; border-left:1px solid black" |[[चित्र:Southamerica-political-hi-01.png|200px]]
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 9
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[पेरु]]'''
| align=left | १२८५२२०
| | २.८३
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 2
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[बोलीविया]]'''
| align=left | १०९८५८१
| | ०.८४
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 10
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[सूरीनाम]]'''
| align=left | १६३२७०
| | ०.०४३
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 3
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[ब्राज़ील]]'''
| align=left | ८५१४८७७
| | १८.७५
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 11
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[उरुग्वे]]'''
| align=left | १७६२२०
| | ०.३३
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 4
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[चिली]]'''
| align=left | ७५६९५०
| | १.६१
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 12
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[वेनेज़ुएला]]'''
| align=left | ९१६४४५
| | २.७२
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 5
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[कोलंबिया]]'''
| align=left | ११४१७४८
| | ४.२७
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 13
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[फ़ाकलैंड द्वीप-समूह]] ([[संयुक्त राजशाही (ब्रिटेन)|ब्रिटेन]])'''
| align=left | १२१७३
| | ०.०००३
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 6
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[ईक्वाडोर]]'''
| align=left | २८३५६०
| | १.३४
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 14
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[दक्षिण जोर्जिया और दक्षिण सैंडविच द्वीपसमूह]] ([[संयुक्त राजशाही (ब्रिटेन)|ब्रिटेन]])'''
| align=left | ३०९३
| |
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 7
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[गुयाना]]'''
| align=left | २१४९७०
| | ०.०६९
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 15
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[फ्रेंच गुयाना]] ([[फ़्राँस]])'''
| align=left | ९१०००
| | ०.०१८
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 8
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[पैराग्वे]]'''
| align=left | ४०६७५०
| | ०.५८
|}
 
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{{main|दक्षिण अमेरिका की जलवायु }}
[[चित्र:South-America Koppen Map.png|thumb|right|दक्षिण अमेरिका का कोप्पेन मानचित्र]]
[[भूमध्य रेखा]] दक्षिणी अमेरिकी के उत्तरी भाग से होकर गुजरती है एवं इस [[महाद्वीप]] की सबसे अधिक चौड़ाई उत्तर में ही है। अतः दक्षिणी अमेरिका का अधिकांश भाग [[उष्ण कटिबन्ध]] में पड़ता है इसलिए यहाँ की [[जलवायु]] मोटे तौर पर गर्म एवं नम है। इसका अधिकांश भाग [[दक्षिणी गोलार्ध]] में पड़ने की वजह से यहाँ के ऋतुओं का क्रम [[उत्तरी गोलार्ध]] के विपरीत होता है। यहाँ जनवरी में गर्मी की ऋतु तथा जुलाई में जाड़े की ऋतु होती है। महाद्वीप के पश्चिम में उत्तर से दक्षिण दिशा में [[एण्डीज पर्वत]] स्थित है जो एक जलवायु सम्बंधी बाधा का कार्य करती है। उष्ण कटिबन्ध में स्थित होने पर भी एण्डीज पर्वत तथा ब्राज़ील एवं गायना के पठारी भागों पर अधिक ऊँचाई के कारण तापक्रम कम तथा आनन्दायक रहता है। एण्डीज पर्वत [[व्यापारिक हवाओं]] को पश्चिम की ओर जाने से रोकता है जिससे इसके पूर्वी भाग में तो खूब वर्षा होती है परन्तु पश्चिमी तटीय सँकरी पट्टी में बहुत कम वर्षा होती है। इसके विपरीत दक्षिणी अमेरिका का दक्षिणी भाग पछुआ हवाओं की पेटी में स्थित है अतः पश्चिमी तटीय भाग में तो खूब वर्षा होती है परन्तु पूर्व की ओर जाने पर ये हवाएँ शुष्क हो जाती हैं जिससे एण्डीज पर्वत के पूर्वी भाग में बहुत कम वर्षा होती है। [[दक्षिणी विषुवतरेखीय जलधारा|दक्षिणी भूमध्यरेखीय]] तथा [[ब्राज़ील की गर्म धारा|ब्राज़ील की गर्म धाराओं]] के प्रभाव से दक्षिणी अमेरिका के उत्तरी भाग का तापक्रम ऊँचा रहता है। साथ ही इनके ऊपर से जाने वाली हवाएँ गर्म होकर अधिक जलवाष्प ग्रहण कर लेती हैं जिससे उनसे पर्याप्त वर्षा होती है। इसके विपरीत महाद्वीप के दक्षिणी भाग में पश्चिमी तट के समीप पीरू या [[हम्बोल्ट की ठण्डी धारा]] तथा पूर्वी तट के समीप [[फाकलैण्ड की ठण्डी धारा]] बहती है। इन धाराओं के प्रभाव से समीपवर्ती भाग की जलवायु ठण्डी एवं शुष्क रहती है। [[मकर रेखा]] के दक्षिण दक्षिणी अमेरिका की चौड़ाई अत्यन्त कम हो जाती है। अतः समुद्र की समीपता के कारण महाद्वीप के दक्षिणी भाग की जलवायु प्रायः सम रहती है।
 
दक्षिण अमेरिका के [[अमेज़न नदी]] के बेसिन में वर्ष भर गर्म व नम [[भूमध्यरेखीय जलवायु]] पाई जाती है।<ref>{{cite book |last=सिहं |first=सविन्द्र |title= भौतिक भूगोल |year=जुलाई २००२ |publisher=वसुन्धरा प्रकाशन |location=गोरखपुर |id= |page=४९४ |accessday= २६|accessmonth= जुलाई|accessyear= २००९}}</ref> [[सवाना|सवाना तुल्य जलवायु]] अमेज़न बेसिन के उत्तर में [[ओरीनिको नदी]] के बेसिन तथा दक्षिण में [[ब्राजील का पठार|ब्राजील के पठारी भाग]] पर पाई जाती है। इस भाग पर [[तापक्रम]] तो ऊँचा रहता है परन्तु [[वर्षा]] केवल गर्मी के कुछ ही महीनों में तथा कम मात्रा में होती है। पूर्वी ब्राज़ील में व्यापारिक हवाओं के प्रभाव से केवल गर्मी में वर्षा होती है और जाड़े में ऋतु शुष्क होती है। यहाँ गर्मी में अधिक गर्मी तथा जाड़े में साधारण जाड़ा पड़ता है। इस प्रकार यहाँ [[भारत]] की तरह [[मानसून जलवायु|उष्ण मानसून जलवायु]] पाई जाती है। दक्षिण [[पीरू]] तथा उत्तरी [[चिली]] के कुछ भागों में [[उष्ण मरुस्थलीय जलवायु]] पाई जाती है। इस मरुस्थल को [[अटाकामा मरुस्थल]] कहते हैं। यहाँ की जलवायु अत्यन्त विषम होती है तथा वर्षा नाममात्र को होती है। यहाँ कई वर्षों तक तो एक बूँद भी वर्षा नहीं होती है। अटाकामा मरुस्थल के दक्षिण मध्य चिली में [[भूमध्यसागरीय जलवायु]] पाई जाती है। इस भाग में केवल जाड़े में वर्षा होती है और गर्मी की ऋतु शुष्क होती है। गर्मी में साधारण गर्मी तथा जाड़े में साधारण जाड़ा पड़ता है। उत्तरी-पूर्वी [[अर्जेंटीना]] और पश्चिमी [[पराग्वे]] के मैदानी भाग में यान चाको एवं [[पम्पास]] प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु में कुछ वर्षा हो जाती है तथा शीत ऋतु सूखी रहती है। यहाँ गर्मी में काफी गर्मी पड़ती है तथा जाड़े में तापक्रम काफी कम हो जाता है। इस प्रकार यहाँ प्रेयरी तुल्य जलवायु पाई जाती है। [[उत्तरी अमेरिका]] के प्रेयरी प्रदेश की तुलना में इस भाग की जलवायु कम विषम है। महाद्वीप के सुदूर दक्षिण अर्थात् दक्षिणी चिली में [[पछुआ हवाओं]] से वर्ष भर वर्षा होती है। यह भाग [[समशीतोष्ण कटिबन्ध]] में स्थित है। इस प्रकार की जलवायु सामान्यतया शीत शीतोष्ण कटिबन्ध में महाद्वीपों के पश्चिमी भाग में पाई जाती है। इस जलवायु को पश्चिमी यूरोप तुल्य जलवायु या ब्रिटिश तुल्य जलवायु भी कहते हैं। पंपास प्रदेश के दक्षिण तथा एण्डीज पर्वतमाला के पूर्वी भाग पर पैटागोनिया का शीतोष्ण मरुस्थलीय भाग है। एण्डीज पर्वतों के वृष्टिछाया प्रदेश में स्थित होने के कारण यहाँ की जलवायु अत्यन्त शुष्क है। एण्डीज के पर्वतीय भाग में ऊँचाई के कारण तापक्रम काफी कम रहता है।
 
== प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीव ==
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[[प्राकृतिक वनस्पति]] [[जलवायु]] का अनुसरण करती है। दक्षिण अमेरिका में जलवायु की विभिन्नता के आधार पर विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक वनस्पति पायी जाती है। अमेजन नदी के बेसिन में, जहाँ वर्ष भर उष्ण एवं नम जलवायु पाई जाती है अत्यन्त घने चौड़ी पत्ती वाले [[सदाबहार वन]] पाए जाते हैं। इन वनों का स्थानीय नाम सेल्वाज है। यहां वृक्ष इतने घने हैं कि सूर्य का प्रकाश भी छनकर नीचे नहीं पहुँच पाता है। वृक्ष किसी खास मौसम में अपनी पत्तियाँ नहीं गिराते हैं। इन वनों में [[रबड़]], [[महोगनी]], [[आबनूस]], [[सिनकोना]], [[रोजवुड]], [[ताड़]] आदि के वृक्ष पाए जाते हैं। गर्मी के कारण यहाँ की लकड़ियाँ काफी कड़ी होती हैं। इन वनों में वाल्सा नामक संसार की सबसे हल्की लकड़ी भी मिलती है। इन घने जंगलों में विभिन्न प्रकार के [[बन्दर]], [[साँप]], तथा [[अजगर]] जैसे सरीसृप, [[दरियाई घोड़े]], दलदली हिरण आदि विभिन्न प्रकार के जंगली जानवर पाए जाते हैं। यहाँ एनाकोण्डा नामक १० मीटर लम्बा सर्प पाया जाता है जो [[घड़ियाल, पशु|घड़ियाल]] को भी मार कर खा जाता है। आर्मेडिलो एक विशाल चींटी-खोर जीव है। अमेजन बेसिन के उत्तर एवं दक्षिण में कम वर्षा होने के कारण उष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान पाए जाते हैं जिन्हे उत्तर में वेनेज़ुएला देश के ओरीनिको नदी के बेसिन में लानोज तथा दक्षिण में ब्राज़ील देश में कम्पोस कहते हैं। वर्षा होते ही लम्बी घास उग आती है परन्तु सूखा पड़ने पर यह प्रदेश सूखकर भूरा और पीला हो जाता है। पूर्वी ब्राज़ील में जहाँ केवल गर्मी में वर्षा होती है, चौड़ी पत्ती वाले पतझड़ के वन पाए जाते हैं। शुष्क मौसम के शुरू होते ही ये वृक्ष अपने पत्ते गिरा देते हैं। यहाँ के वनों में मुख्य वृक्ष पिराना पाइन तथा सीसल हैं। दक्षिणी पीरू तथा उत्तरी चिली के अटाकामा के मरुस्थल में वर्षा न होने से केवल [[मरूद्भिद|नागफनी]] तथा कँटीली झाड़ियाँ पाई जाती हैं।
[[चित्र:Bush in fog.jpg||thumb|left|भूमध्यसागरीय वन]]
अटाकामा मरुस्थल के दक्षिण अर्थात् मध्य चिली में [[भूमध्यसागरीय वन]] पाए जाते हैं। गर्मी में वर्षा न होने पर भी यहाँ चौड़ी पत्ती वाले सदाबहार वृक्ष पाए जाते हैं क्योंकि गर्मी की शुष्कता से बचने के लिए यहाँ के वृक्षों ने कई उपाय कर लिए हैं जैसे इन वृक्षों की छालें मोटी, जड़े गहरी तथा पत्तियाँ मोटी होती हैं। इस प्रदेश के मुख्य वृक्ष [[ओक]], [[अखरोट]], चेस्टनट तथा [[अंजीर]] हैं। यहाँ जंगली जानवरों का अभाव है। मुख्यतः पालतू पशु पाए जाते हैं। उत्तरी अर्जेंटीना और पश्चिमी पराग्वे में जहाँ वर्षा कम होती है शीतोष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान पाए जाते हैं। इन्हें उत्तरी भाग में ग्रान चाको तथा दक्षिणी भाग में पंपास कहते हैं। घासें छोटी-छोटी होती हैं। इन घास के मैदानों में पशुपालन का काम होता है। यहाँ रिया, ग्वानाको, [[जगुआर]], [[हिरण]] तथा मारा नामक जानवर पाए जाते हैं। दक्षिण चिली में, जहाँ पश्चिमी यूरोप तुल्य जलवायु पाई जाती है, शीतोष्ण मिश्रित वन पाए जाते हैं। चीड़ और बीच इन वनों के मुख्य वृक्ष हैं। इन वनों में नुकीली पत्ती वाले सदाबहार तथा पतझड़ के वृक्षों के मिश्रित वन पाए जाते हैं। एण्डीज पर्वत के पूर्वी भाग में स्थित पैटागोनिया के मरुस्थल में मरुस्थलीय वनस्पति मिलती हैं। वनस्पति का प्रायः अभाव है। कहीं-कहीं कुछ घास के पौधे व झाड़ियाँ मिलती हैं। एण्डीज के उच्च पर्वतीय भागों में हिमपात होने के कारण नुकीली पत्ती वाले कोणधारी वन पाए जाते हैं। इनकी लकड़ियाँ मुलायम होती हैं।
 
== जल अपवाह प्रणाली ==
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=== धर्म ===
दक्षिण अमेरिका के अधिकांश लोग [[रोमन कैथोलिक]] [[ईसाई]]<ref>{{cite web |url=https://www.cia.gov/library/publications/the-world-factbook/fields/2122.html |title=सी आई ए (CIA) विश्व तथ्य पुस्तक धर्म |accessdate=}}</ref> हैं, इसके अलावा प्रोटेस्टेंट ईसाईयो की संख्या ब्राजील, चिली, ग्वाटेमाला और प्यूर्टो रीको में विशेष रूप से बढ़ रही है।
बोलिविया, ग्वाटेमाला, मेक्सिको और पेरू जैसे देशों के मूल निवासी आज भी अपने मूल सम्प्रदाय और अनुष्ठानों का पालन करते हैं। अफ्रीकी मूल के दक्षिण अमेरिकी नागरिक मुख्य रूप से [[क्यूबा]], ब्राजील और [[हैती]] में अपने विभिन्न पुरातन पंथों जैसे कि ''सैंटेरियो'', ''कैंडोम्बल, उम्बाण्डा, माकुम्बा'' और ''आदिवासी-वूडू'' आदि का पालन आज भी करते हैं। दुनिया में एलन कार्डेक के अध्यात्मवाद के सर्वाधिक अनुयायी ब्राज़ील में बसते है।
[[यहूदी]], मोर्मोनिज्म, जेनोवा के गवाह, [[बौद्ध]], [[इस्लाम]], [[हिंदू]], [[बहाई]] और शिंटो धर्म के मानने वाले भी दक्षिण अमेरिका में बसते हैं।<ref>[http://lanic.utexas.edu/la/region/religion/ लेटिन अमेरिका नेटवर्क इन्फ़ोरमेशन सेंटर -- धर्म पृष्ठ ]</ref>