"दक्षिण अमेरिका": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: आंशिक लिप्यंतरण |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: वर्तनी एकरूपता। |
||
पंक्ति 1:
{{pp-template|small=yes}}{{निर्वाचित लेख}}
{{Infobox Continent
|image
|area
|population
|density
|demonym
|countries
|list_countries
|dependencies
|languages
|time
|cities
{{Collapsible list
}}
}}
{{otheruses4|दक्षिण अमेरिका महाद्वीप|आमतौर पर अमेरिका नाम से जाने जाने वाले देश|संयुक्त राज्य अमेरिका}}
'''दक्षिण अमेरिका''' ([[स्पेनी]]: ''América del Sur''; [[पुर्तगाली]]: ''América do Sul'') [[उत्तर अमेरिका]] के दक्षिण पूर्व में स्थित
३२,००० किलोमीटर लम्बे समुद्रतट वाले इस महाद्वीप का समुद्री किनारा सीधा एवं सपाट है, तट पर द्वीप, प्रायद्वीप तथा खाड़ियाँ कम हैं जिससे अच्छे बन्दरगाहों का अभाव है। खनिज तथा प्राकृतिक सम्पदा में धनी यह महाद्वीप गर्म एवं नम जलवायु, पर्वतों, पठारों घने जंगलों तथा मरुस्थलों की उपस्थिति के कारण विकसित नहीं हो सका है। यहाँ विश्व की सबसे लम्बी पर्वत-श्रेणी [[एण्डीज पर्वतमाला]] एवं सबसे ऊँची [[टीटीकाका झील]] हैं। भूमध्यरेखा के समीप [[पेरू]] देश में [[चिम्बोरेजो]] तथा [[कोटोपैक्सी]] नामक विश्व के सबसे ऊँचे ज्वालामुखी पर्वत हैं जो लगभग ६,०९६ मीटर ऊँचे हैं। [[अमेजन]], [[ओरीनिको]], [[रियो डि ला प्लाटा]] यहाँ की प्रमुख नदियाँ हैं। दक्षिण अमेरिका की अन्य नदियाँ [[ब्राज़ील]] की साओ फ्रांसिस्को, [[कोलम्बिया]] की मैगडालेना तथा [[अर्जेण्टाइना]] की रायो कोलोरेडो हैं। इस महाद्वीप में [[ब्राज़ील]], [[अर्जेंटीना]], [[चिली]], [[उरुग्वे]], [[पैराग्वे]], [[बोलिविया]], [[पेरू]], [[ईक्वाडोर]], [[कोलोंबिया]], [[वेनेज़ुएला]], [[गुयाना]] (ब्रिटिश, डच, फ्रेंच) और [[फ़ाकलैंड द्वीप-समूह]] आदि देश हैं।
पंक्ति 32:
दक्षिण अमेरिका का इतिहास और [[संस्कृति]] विश्व की प्राचीनतम संस्कृतियों में से हैं। पेरू की केंद्रीय पहाड़ियों में लाखों वर्षों पूर्व मानव जीवन की शुरुआत हुई। यहाँ की सर्वप्रमुख सभ्यता [[इंका सभ्यता|इंका की सभ्यता]] थी जिसका अधिकारक्षेत्र पेरू, ईक्वाडोर, बोलीविया तथा अर्जेंटीना और चिली के उत्तरी भागों में फैला हुआ था। पेरू की राजधानी लीमा के समीपवर्ती क्षेत्रों में इंका सभ्यता की हजारों ममियाँ प्राप्त हुई हैं।<ref>{{cite web |url= http://www.bbc.co.uk/hindi/news/020417_mummy_nk.shtml|title=पेरू में मिला ममी का ख़ज़ाना|accessmonthday=[[८ दिसंबर]]|accessyear=[[२००९]]|format=|publisher=बीबीसी हिन्दी डॉट कम|language=}}</ref> पंद्रहवी शताब्दी के अंत में यह चरमोत्कर्ष पर थी। इंका सभ्यता में शासक को इंका कहा जाता था एवं उसका सदैव आदर किया जाता था। यह सभ्यता अपनी उत्तम यातायात, संचार एवं डाक व्यवस्था के लिए जानी जाती है। [[माचू पिच्चू]] प्रमुख नगर था जिसके सुंदर पुरातात्विक अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। यूरोपीय समुद्र अभियानों में दक्षिणी अमेरिका की स्थिति की खोज सोलहवीं सदी के प्रारम्भ में हुई। इसके तट की विस्तृत खोज भी [[अमेरिगो वेस्पूची]] ने कुछ समय पश्चात् की, किन्तु अधिकांश आन्तरिक अगम्य भागों में दक्षिणी यूरोपवासियों का विस्तार अठारहवीं सदी में ही हुआ। यहाँ पर राज्यों एवं उनकी सीमाओं का निर्माण तथा सुचारु व्यवस्थाएँ उन्नीसवीं सदी की हैं। दक्षिण अमेरिका में अधिकांश देशवासी प्रारम्भ से ही स्पेन व पुर्तगाल से आकर बसे। फिर भी यहाँ बसने वालों को अपने पितृ देश की गुलामी सोलहवीं से उन्नीसवीं सदी तक कमोवेश भुगतनी पड़ी। यूरोपीय प्रभाव के कारण इसे लैटिन अमेरिका या लातीनी अमेरिका भी कहा गया। वर्तमान में दक्षिणी अमेरिका में मुख्य भूमि पर १३ देश एवं [[फाकलैण्ड द्वीप समूह]] है। इसके अतिरिक्त मध्य अमेरिका में ८ देश हैं एवं लेटिन अमेरिका में इन सबके साथ-साथ [[मेक्सिको]] एवं [[क्यूबा]] भी सम्मिलित है।
[[१४९४]] में उस समय की दो महान समुद्री शक्तियों, पुर्तगाल और स्पेन ने [[तोर्देसिलास की संधि]] पर हस्ताक्षर कर इस बात पर सहमति जताई कि, यूरोप से बाहर ढूंढी जाने वाली सारी जमीन पर उन दोनों देशों का विशेष [[द्वयाधिकार]] होगा। संधि के पालन के लिए उत्तर-दक्षिण [[मध्याह्न रेखा|मध्याह्न]] ३७० [[लीग (इकाई)|लीग]], [[केप वर्दे|केप वर्दे द्वीप समूह]] के पश्चिम से एक काल्पनिक रेखा का निर्धारण किया गया जो मोटे तौर पर ४६° ३७' पश्चिम थी। संधि के अनुसार यह निश्चित किया गया कि इस रेखा के पश्चिम में पायी जाने वाली समस्त भूमि स्पेन के हिस्से मे जायेगी और पूर्व की सभी जमीन पुर्तगाल की होगी। उस समय देशांतर रेखाओं का सटीक और निश्चित मापन असंभव था, इस कारण इस संधि का अक्षरक्ष: पालन नहीं हो सका
लंबे चले स्वतंत्रता संग्राम के बाद १८०४ और १८२६ के बीच दक्षिण अमेरिका के सभी स्पैनिश उपनिवेश, स्वतंत्र हो गये। पुर्तगाली उपनिवेश ब्राजील में, डोम पेड्रो प्रथम (पुर्तगाल का डोम पेड्रो चतुर्थ भी कहते हैं), जो पुर्तगाली नरेश डोम जोआयो षष्टम का पुत्र था, ने १८२२ में ब्राजील की स्वतंत्रता की घोषणा की और ब्राजील का पहला सम्राट बना। पुर्तगाल के राज परिवार ने इसे शांति से स्वीकार कर लिया। गुयाना इसके बहुत बाद १९६६ में [[संयुक्त राजशाही]] के नियंत्रण और सूरीनाम १९७५ में डच नियंत्रण से मुक्त हुआ जबकि फ्रेंच गयाना आज भी फ्रांस का एक हिस्सा बना हुआ है। कोलम्बिया इस समय तक आंतरिक संघर्ष से जूझ रहा है, जो [[१९६४]] में मार्क्सवादी छापामारों के गठन के साथ शुरू हुआ था और अब कई वामपंथी विचारधारा रखने वाले अवैध सशस्त्र समूह और नशीली दवाओं का व्यापार करने वाले माफियाओं की निजी सेनायें इसमें शामिल हो गये हैं।
पंक्ति 40:
धरातलीय स्वरूप के अन्तर की दृष्टि से दक्षिण अमेरिका महाद्वीप विशेष महत्त्वपूर्ण है। पश्चिम की ओर तट के समानान्तर [[एण्डीज कार्डिलेरा]] पर्वत शृंखला उत्तर से दक्षिण की ओर फैली हुई है<ref>{{cite book |last=मामोरिया |first=चतुर्भुज |title= भौगोलिक चिन्तन एवं तीन दक्षिणी महाद्वीप |year=नवंबर २००८ |publisher=साहित्य भवन |location=आगरा |id= |page=१५४|accessday= ८|accessmonth= दिसंबर|accessyear= २००९}}</ref> जो [[उत्तरी अमेरिका]] के [[राकी पर्वत]] का ही सिलसिला है। ७,२०० किलोमीटर लम्बी यह विश्व की सबसे लम्बी पर्वतमाला [[हिमालय]] के बाद सबसे ऊँची [[पर्वत शृंखला]] भी है। इसमें अनेक ऊँची-ऊँची पर्वत श्रेणियाँ, [[पठार]], तथा [[ज्वालामुखी शिखर]] पाये जाते हैं। संसार का सबसे ऊँचा ज्वालामुखी पर्वत [[कोटोपैक्सी]] (५,९७० मीटर) इसी भाग में स्थित है। इस पर्वतमाला की सबसे ऊँची चोटी अकाकागुआ (६,९६९ मीटर) सदैव बर्फ से ढकी रहती है। एण्डीज की साधारणतः दो श्रेणियाँ हैं जिनके मध्य बोलविया एवं पेरू के पठार तथा विशाल मीठे जल की झील [[टिटिकाका]] है। इस महाद्वीप में मुख्य तीन पठारी भाग है, गायना का पठार, ब्राज़ील का पठार एवं पेटागोनिया का [[पठार]]। गायना का कटा-छटा पठारी भाग जो ओरीनीको एवं अमेजन नदी के मुहाने के बीच है, ९०० से १,८०० मीटर ऊँचा है एवं जल विभाजक का कार्य करता है। त्रिभुजाकार ब्राज़ील का पठार दक्षिण अमेरिका के मध्यवर्ती भाग में [[अटलांटिक महासागर]] के तट पर उत्तर-पूर्व में केपराग से प्रारम्भ होकर दक्षिण में रियो ग्रेडो डी सुल तक विस्तृत है। कठोर [[पर्वत#वलित पर्वत|वलित]] चट्टाने से निर्मित होने के कारण अभी तक क्षय से बचा हुआ है। पेटागोनिया का पठार अर्जेन्टाइना में लिमये नदी से दक्षिणी अमेरिका के अंतिम छोर तक फैला है। ३०० से ९०० मीटक ऊँचा यह पठार पश्चिम में एण्डीज पर्वतमाला से सीमित होकर पूर्व में वेदिकायुक्त ढालों के रूप में अटलांटिक महासागर तक विस्तृत है।<ref name="तिवारी जुलाई २००४ ५८-८१"/>
पश्चिमी पहाड़ तथा पूर्वी पठारों के मध्य उत्तर से दक्षिण पूरे महाद्वीप की लम्बाई में फैला हुआ एक विशाल मैदान है। इस मैदान का क्षेत्रफल पूरे दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रफल का लगभग आधा है। इसके उत्तरी भाग को लानोज़ कहते हैं। [[ओरीनिको नदी]] द्वारा निर्मित लानोज़ [[वेनेज़ुएला]] एवं [[कोलंबिया]] में है। मैदान का मध्य भाग [[अमेज़न नदी]] का बेसिन है जिसे ब्राज़ीलवासी सेल्वाज कहते हैं। यह नदी प्रदेश उत्तर में गायना के पठार, पश्चिम में एण्डिज पर्वत एवं दक्षिण में [[ब्राजील के पठार]] से घिरा है। अमेज़न एवं इसकी सहायक २०० नदियों में सदा बाढ़ आने के कारण इस त्रिभुजाकार मैदान का बड़ा भाग दलदल बना रहता है जिससे यातायात का विकास नहीं हो पाता है। पराना, पराग्वे और युरुग्वे नदियों ने मिलकर पम्पास क्षेत्र की रचना की है जिसे लाप्लाटा का बेसिन भी कहते हैं। मध्य दक्षिण का यह उपजाऊ मैदान आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। इसकी औसत ऊचाई १८५ मीटर से भी कम है
== राजनीति ==
पंक्ति 55:
! colspan="1" align=right style="background:lightgrey; padding-right:10px" |
|- style="font-size:95%"
! width="2%"
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्र
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्रफल (वर्ग किलोमीटर)
! width="10%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | जनसंख्या (करोड़)
! width="15%" style="background:white; text-align:center"
! width="2%"
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्र
! width="16%" style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black" | क्षेत्रफल (वर्ग किलोमीटर)
पंक्ति 68:
| align=left style="padding-left:5px" | '''[[अर्जेंटीना]]'''
| align=left | २७९१८१०
|
! align=center rowspan=20 style="background:white; text-align:center; border-bottom:1px solid black; border-right:1px solid black; border-left:1px solid black"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white" | 9
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|- style="font-size:95%"
| style="background:#f0f0f0; border:1px solid white"
| align=left style="padding-left:5px"
| align=left
|
|}
पंक्ति 138:
{{main|दक्षिण अमेरिका की जलवायु }}
[[चित्र:South-America Koppen Map.png|thumb|right|दक्षिण अमेरिका का कोप्पेन मानचित्र]]
[[भूमध्य रेखा]] दक्षिणी अमेरिकी के उत्तरी भाग से होकर गुजरती है एवं इस [[महाद्वीप]] की सबसे अधिक चौड़ाई उत्तर में ही है। अतः दक्षिणी अमेरिका का अधिकांश भाग [[उष्ण कटिबन्ध]] में पड़ता है इसलिए यहाँ की [[जलवायु]] मोटे तौर पर गर्म एवं नम है। इसका अधिकांश भाग [[दक्षिणी गोलार्ध]] में पड़ने की वजह से यहाँ के ऋतुओं का क्रम [[उत्तरी गोलार्ध]] के विपरीत होता है। यहाँ जनवरी में गर्मी की ऋतु तथा जुलाई में जाड़े की ऋतु होती है। महाद्वीप के पश्चिम में उत्तर से दक्षिण दिशा में [[एण्डीज पर्वत]] स्थित है जो एक जलवायु सम्बंधी बाधा का कार्य करती है। उष्ण कटिबन्ध में स्थित होने पर भी एण्डीज पर्वत तथा ब्राज़ील एवं गायना के पठारी भागों पर अधिक ऊँचाई के कारण तापक्रम कम तथा आनन्दायक रहता है। एण्डीज पर्वत [[व्यापारिक हवाओं]] को पश्चिम की ओर जाने से रोकता है जिससे इसके पूर्वी भाग में तो खूब वर्षा होती है परन्तु पश्चिमी तटीय सँकरी पट्टी में बहुत कम वर्षा होती है। इसके विपरीत दक्षिणी अमेरिका का दक्षिणी भाग पछुआ हवाओं की पेटी में
दक्षिण अमेरिका के [[अमेज़न नदी]] के बेसिन में
== प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीव ==
पंक्ति 146:
[[प्राकृतिक वनस्पति]] [[जलवायु]] का अनुसरण करती है। दक्षिण अमेरिका में जलवायु की विभिन्नता के आधार पर विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक वनस्पति पायी जाती है। अमेजन नदी के बेसिन में, जहाँ वर्ष भर उष्ण एवं नम जलवायु पाई जाती है अत्यन्त घने चौड़ी पत्ती वाले [[सदाबहार वन]] पाए जाते हैं। इन वनों का स्थानीय नाम सेल्वाज है। यहां वृक्ष इतने घने हैं कि सूर्य का प्रकाश भी छनकर नीचे नहीं पहुँच पाता है। वृक्ष किसी खास मौसम में अपनी पत्तियाँ नहीं गिराते हैं। इन वनों में [[रबड़]], [[महोगनी]], [[आबनूस]], [[सिनकोना]], [[रोजवुड]], [[ताड़]] आदि के वृक्ष पाए जाते हैं। गर्मी के कारण यहाँ की लकड़ियाँ काफी कड़ी होती हैं। इन वनों में वाल्सा नामक संसार की सबसे हल्की लकड़ी भी मिलती है। इन घने जंगलों में विभिन्न प्रकार के [[बन्दर]], [[साँप]], तथा [[अजगर]] जैसे सरीसृप, [[दरियाई घोड़े]], दलदली हिरण आदि विभिन्न प्रकार के जंगली जानवर पाए जाते हैं। यहाँ एनाकोण्डा नामक १० मीटर लम्बा सर्प पाया जाता है जो [[घड़ियाल, पशु|घड़ियाल]] को भी मार कर खा जाता है। आर्मेडिलो एक विशाल चींटी-खोर जीव है। अमेजन बेसिन के उत्तर एवं दक्षिण में कम वर्षा होने के कारण उष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान पाए जाते हैं जिन्हे उत्तर में वेनेज़ुएला देश के ओरीनिको नदी के बेसिन में लानोज तथा दक्षिण में ब्राज़ील देश में कम्पोस कहते हैं। वर्षा होते ही लम्बी घास उग आती है परन्तु सूखा पड़ने पर यह प्रदेश सूखकर भूरा और पीला हो जाता है। पूर्वी ब्राज़ील में जहाँ केवल गर्मी में वर्षा होती है, चौड़ी पत्ती वाले पतझड़ के वन पाए जाते हैं। शुष्क मौसम के शुरू होते ही ये वृक्ष अपने पत्ते गिरा देते हैं। यहाँ के वनों में मुख्य वृक्ष पिराना पाइन तथा सीसल हैं। दक्षिणी पीरू तथा उत्तरी चिली के अटाकामा के मरुस्थल में वर्षा न होने से केवल [[मरूद्भिद|नागफनी]] तथा कँटीली झाड़ियाँ पाई जाती हैं।
[[चित्र:Bush in fog.jpg||thumb|left|भूमध्यसागरीय वन]]
अटाकामा मरुस्थल के दक्षिण अर्थात् मध्य चिली में [[भूमध्यसागरीय वन]] पाए जाते हैं। गर्मी में वर्षा न होने पर भी यहाँ चौड़ी पत्ती वाले सदाबहार वृक्ष पाए जाते हैं क्योंकि गर्मी की शुष्कता से बचने के लिए यहाँ के वृक्षों ने कई उपाय कर लिए हैं जैसे इन वृक्षों की छालें मोटी, जड़े गहरी तथा पत्तियाँ मोटी होती हैं। इस प्रदेश के मुख्य वृक्ष [[ओक]], [[अखरोट]], चेस्टनट तथा [[अंजीर]] हैं। यहाँ जंगली जानवरों का अभाव है। मुख्यतः पालतू पशु पाए जाते हैं। उत्तरी अर्जेंटीना और पश्चिमी पराग्वे में जहाँ वर्षा कम होती है शीतोष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान पाए जाते हैं। इन्हें उत्तरी भाग में ग्रान चाको तथा दक्षिणी भाग में पंपास कहते हैं। घासें छोटी-छोटी होती हैं। इन घास के मैदानों में पशुपालन का काम होता है। यहाँ रिया, ग्वानाको, [[जगुआर]], [[हिरण]] तथा मारा नामक जानवर पाए जाते हैं। दक्षिण चिली में, जहाँ पश्चिमी यूरोप तुल्य जलवायु पाई जाती है, शीतोष्ण मिश्रित वन पाए जाते हैं। चीड़ और बीच इन वनों के मुख्य वृक्ष हैं। इन
== जल अपवाह प्रणाली ==
पंक्ति 199:
=== धर्म ===
दक्षिण अमेरिका के अधिकांश लोग [[रोमन कैथोलिक]] [[ईसाई]]<ref>{{cite web |url=https://www.cia.gov/library/publications/the-world-factbook/fields/2122.html |title=सी आई ए (CIA) विश्व तथ्य पुस्तक
बोलिविया, ग्वाटेमाला, मेक्सिको और पेरू जैसे देशों के मूल निवासी आज भी अपने मूल सम्प्रदाय और अनुष्ठानों का पालन करते हैं। अफ्रीकी मूल के दक्षिण अमेरिकी नागरिक मुख्य रूप से [[क्यूबा]], ब्राजील और [[हैती]] में अपने विभिन्न पुरातन पंथों जैसे कि ''सैंटेरियो'', ''कैंडोम्बल, उम्बाण्डा, माकुम्बा'' और ''आदिवासी-वूडू'' आदि का पालन आज भी करते हैं। दुनिया में एलन कार्डेक के अध्यात्मवाद के सर्वाधिक अनुयायी ब्राज़ील में बसते है।
[[यहूदी]], मोर्मोनिज्म, जेनोवा के गवाह, [[बौद्ध]], [[इस्लाम]], [[हिंदू]], [[बहाई]] और शिंटो धर्म के मानने वाले भी दक्षिण अमेरिका में बसते हैं।<ref>[http://lanic.utexas.edu/la/region/religion/ लेटिन अमेरिका नेटवर्क इन्फ़ोरमेशन सेंटर -- धर्म पृष्ठ ]</ref>
|