"पवित्र संघ": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
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*(अ) संघ के सदस्य शासक परस्पर एक दूसरे को बंधु समझेंगे और प्रजा को संतानतुल्य मानेंगे।
 
*(आ) वे संकट के समय एक-दूसरे को सहायता व सहयोग देंगे।
 
*(इ) सदस्य शासक अपनी गृह नीति और विदेश नीति [[ईसाई धर्म]] के सिद्धांतों- न्याय, दानशीलता, शान्ति और स्वतंत्रता के अनुरूप संचालित करेंगे।