"पिंक (फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

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तीन लडकिया मीनल अरोड़ा ([[तापसी पन्नू]]), फलक अली ([[कीर्ति कुल्हरी]]), एंड्रिया (एंड्रिया तारियांग) दिल्ली में एक साथ रहती है। तीनों अलग-अलग जगह नौकरी करती है। एक दिन तीनों किसी रॉक शो में जाती है जहाँ उनकी मुलाकात राजवीर ([[अंगद बेदी]]) और उसके दोस्तों से होती है। वह उन्हें किसी रिसॉर्ट में खाने का निमंत्रण देते हैं जिसे लड़कियाँ मान लेती है। वहाँ पर राजवीर मीनल के साथ उसके बार-बार मना करने पर भी उससे जबरदस्ती करता है। अंत में वो शराब के नशे में उसके सिर पर बोतल मार देती है जिससे वो घायल हो जाता है। इसके बाद तीनों लड़कियाँ वहाँ से भाग जाती हैं।
 
राजवीर के परिवार की राजनीति में गहरी दखल है। वो उनसे बदले लेने के चक्कर में पुलिस में शिकायत दर्ज करा देता है कि मीनल और उसकी दोस्त वेश्या हैं और उन्होंने उस पर जानलेवा हमला किया है। [[द्विध्रुवी विकार]] से ग्रस्त दीपक सहगल ([[अमिताभ बच्चन]]) उनकी तरफ से केस लड़ने के लिये तैयार होता है।
 
अदालत में राजवीर का वकील प्रशांत महरा ([[पीयूष मिश्रा]]) तीनों लड़कियों को वेश्या साबित करने की कोशिश करता है। मुख्य मुद्दा होता है कि लड़कियाँ का नैतिक चरित्र घटिया है और उन्होंने राजवीर से पैसे माँगे थे जिसको न देने पर उन्होंने उस पर हमला कर दिया। वही दीपक सहगल 'सहमति' को मुद्दा बनाता है। आगे के दिनों में तर्क की एक श्रृंखला चलती रहती है। आखिर टिप्पणी में दीपक कहता कि मीनल ने "नहीं" कहा था जो कोई शब्द नहीं है ये अपने आप में एक वाक्य है जिसको कोई स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है।
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== समीक्षाएँ ==
पिंक को बहुप्रतिक्षित सकारात्मक समीक्षाएँ मिली। वेबदुनिया के समय ताम्रकर ने 5 से 4 सितारे दिए और कहा "जरूरी नहीं है कि हर फिल्म मनोरंजन के लिए ही बनाई जाए। कुछ ऐसी फिल्में भी होती हैं जो अपनी शानदार स्क्रिप्ट और जोरदार अभिनय के कारण आपकी सोच को प्रभावित करती हैं, 'पिंक' भी ऐसी ही फिल्म है।"<ref>{{cite web|first1=समय|last1=समय ताम्रकर|title=पिंक : फिल्म समीक्षा|url=http://hindi.webdunia.com/bollywood-movie-review/pink-amitabh-bachchan-pink-review-samay-tamrakar-tapsee-pannu-movie-review-of-pink-116091600038_1.html|publisher=[[वेबदुनिया]]|accessdate=15 जनवरी 2017}}</ref> आज तक ने भी 4 सितारे दिए।<ref>{{cite web|title=Film Review: दमदार और दिलचस्प है अमिताभ बच्चन की 'पिंक'|url=http://aajtak.intoday.in/story/pink-movie-review-amitabh-bachchan-starrer-movie-1-887604.html|publisher=[[आजतक]]|accessdate=15 जनवरी 2017|date=27 सितम्बर 2016}}</ref> नवभारत टाइम्स की मीना अय्यर ने 4.5 सितारे दिए।<ref>{{cite web|first1=मीना|last1=अय्यर|title=पिंक मूवी रिव्यू|url=http://navbharattimes.indiatimes.com/movie-masti/movie-review/pink/moviereview/54331283.cms|publisher=[[नवभारत टाइम्स]]|accessdate=15 जनवरी 2017|date=14 सितम्बर 2016}}</ref> बीबीसी हिन्दी मयंक शेखर ने 4 सितारे दिए और कहा "पिंक हमें सोचने पर मजबूर करती है कि अब भी ज़्यादातर मर्द, औरतों के बारे में कैसी राय रखते हैं।."<ref>{{cite web|first1=मयंक|last1=शेखर|title=आपको झकझोर कर रख देगी पिंक|url=http://www.bbc.com/hindi/entertainment/2016/09/160913_pink_review_pkp|publisher=[[बीबीसी हिन्दी]]|accessdate=15 जनवरी 2017|date=14 सितम्बर 2016}}</ref> एबीपी न्यूज़ की पवन रेखा ने 4 सितारे देते हुए लिखा "फिल्म तीन कामकाजी लडकियों की कहानी के जरिये समाज को अपने गिरेबां में झांकने के लिए मजबूर करती है, ये पाठ पढ़ाने की कोशिश करती है कि मोमबत्ती औऱ तख्तियां ले सड़क पर आंदोलन करने से पहले अपनी सोच को बदलना ज्यादा जरूरी है।"<ref>{{cite web|first1=पवन|last1=रेखा|title=मूवी रिव्यू: 'पिंक' में उठे सवाल आपको अंदर तक बेचैन कर देंगे|url=http://abpnews.abplive.in/bollywood/this-is-why-you-should-watch-pink-movie-457419|publisher=[[एबीपी न्यूज़]]|accessdate=15 जनवरी 2017|date=16 सितम्बर 2016}}</ref>
 
==सन्दर्भ==