"मोना लीज़ा": अवतरणों में अंतर
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==विषय==
सन् 1805 तक फ्रांस के शाही कला संग्रह की शोभा रही यह पेंटिंग अब पेरिस के लूव्र संग्रहालय में प्रदर्शित है। इस तस्वीर के बारे में कहा जाता है कि पोर्ट्रेट में चित्रित महिला इटली के एक धनी रेशम व्यापारी की पत्नी थी। चित्र की पृष्ठभूमि में खूबसूरत नदी, वृक्ष व झरनेयुक्त प्राकृतिक दृश्य दिखाई देते हैं। ऐसा लगता है जैसे स्टूडियों में एक विशाल खुली हुई खिड़की के सामने बैठाकर विषय को चित्रित किया गया है। <!-- कहा जाता है कि 16 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में जब यह पेंटिंग बनाई गई उस समय इटली के अभिजात्य वर्ग की महिलाओं में अपनी भौहों को शेव करना फैशन में था तब फ्रांस में धनाढ़य वर्ग की महिलाएं भौहें नहीं रखती थी, सफाचट भौहें सुन्दरता व समृद्धि का प्रतीक मानी जाती थी, यही कारण है कि मोनालीसा की भी भौहें नहीं है।
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अमेरिका के [[याले विश्वविद्यालय]] में शरीर संरचना विभाग के प्रोफेसर शेर्विन न्यूलैंड ने अपनी खोज में दावा किया है कि जब लियनार्डो ने मोनालिसा को बतौर मॉडल चित्रित किया, उस समय वह गर्भवती थी। यही वजह है कि उसने अपने शरीर पर एक भी आभूषण नहीं पहना है, यहाँ तक कि अंगुलियों में अँगूठी तक नहीं है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान शरीर पर आई सूजन के कारण उसने अँगूठियाँ पहले ही उतार कर रख दी होंगी, अन्यथा कोई भी धनवान स्त्री अपना चित्र बनवाते समय अपनी पसन्द के कुछ आभूषण तो अवश्य ही पहनती। शेर्विन का कथन है कि गर्भावस्था के कारण ही मोनालिसा के दोनों हाथों व चेहरे पर आई सूजन चित्र में स्पष्ट देखी जा सकती है। वह अपने दोनों हाथों को पेट पर इस प्रकार रखे हुए है जिससे गर्भावस्था में बढ़े हुए पेट का आकार छुप जाए।{{तथ्यहीन}} -->
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