"लीलावती": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
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: '''शतोपेतानेतानयुतवियुतांश्चापि वद मे'''
: '''यदि व्यक्ते युक्तिव्यवकलनमार्गेऽसि कुशला ॥''' (लीलावती, परिकर्माष्टक, १३)
: '''('''अये बाले लीलावति! यदि तुम जोड़ और घटाने की क्रिया में दक्ष हो गयी हो तो (यदि व्यक्ते युक्तिव्यवकलनमार्गेऽसि कुशला) (इनका) योगफल (सहितान् ) बताओ- द्वि पञ्च द्वात्रिंशत् (32), त्रिनवतिशत् (193), अष्टादश (18), दश (10) -- इनमें १०० जोड़ते हुए (शतोपेतन), १० हजार से (अयुतात् ) इनको घटा दें (वियुताम्) तो। ''')'''
 
== वर्ण्यविषय ==