"सांसारिक प्रेम और देश-प्रेम": अवतरणों में अंतर

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यह कहानी इटली के मशहूर राष्ट्रवादी मैजिनी और उसकी प्रेमिका मैग्डलीन के जीवन को आधार बनाकर लिखी गई है। यह देश की आजादी के लिए आमरण संघर्ष करने की भावना को अभिव्यक्त करती है। यह व्यक्तिगत प्रेम पर राष्ट्रप्रेम को महत्ता प्रदान करने वाली कहानी है।
== कथावस्तु ==
१ लंदन के बदचलनी के अखाड़े में इटली का नामवर देशप्रेमी मैजिनी देश के अत्याचारी शासन और गुलामी पर चिंतित है। उसके साथ निर्वासित दोस्त इटली के अमीर का बेटा रफेती अपना नया कोट क्रिसमस की चिंता किए बगैर गिरवी रखकर कल शाम से न खाए जोजेफ (मैज़िनी) के लिए बिस्कुट और सिगरेट लाता है। मैजिनी ने उसकी बिमारी के समय डॉक्टर की फीस के लिए प्रेमिका मैग्डलीन की अंगूठी बेच डाली थी।
२ क्रिसमस के दिन सारा लंदन खुश है मगर मैजिनी और रफेती अंधेरे कमरे में मायूस बैठे हैं। मैजिनी ने खाना नहीं खाया है और सुबह से सिगरेट भी नहीं मिली है। तभी मैग्डलीन के खत में क्रिसमस का उपहार बालों का एक गुच्छा आया। स्विटजरलैंड के एक रईस की अनिन्द्य सुंदरी बेटी वहाँ मैजिनी के बिताए कुछ दिनों में उससे परिचित हुई और फिर प्रेम करने लगी थी। किंतु मैजिनी ने स्वयं को देश पर न्योछावर कर दिया था। इसलिए उसने मैग्डलीन की खुद को स्वीकारने की प्रार्थना अस्वीकार कर दी थी और देशहित की चिंता करते हुए मारा-मारा फिरने लगा था। मैजिनी ने जबाबी पत्र में खुद को मैगडोनिल के लिए अनुपयुक्त माना और उसे बहन कहते हुए तोहफे के लिए शुक्र अदा किया एवं उसके स्वास्थ्य की दुआ की।
३ इसके बहुत दिन बाद इटली में जनता के राज्य का ऐलान किया गया और मैजिनि सहित तीन व्यक्ति राज्य की देखभाल के लिए नियुक्त हुए। मगर फ्रांस की ज्यादतियों और पीडमांट के बादशाह की दगाबाजियों के कारण जनता का राज्य बिखर गया और मैजिनी रोम की गलियों की खाख छानने लगा। उसके दोस्तों रफे़ती, रसारीनो, पलाइनो, बर्नाबास आदि ने मौकापरस्ती दिखाई और उससे दगा की। वे मैगडोनिल से भी मैजिनी का बुरा कहते रहे मगर उसने यकीन नहीं किया। मैजिनी के खुद को कमजोर कहने ने उसे मैगडोनिल के दिल में और प्रतिष्ठित कर दिया। मगर यह हिकमत मैजिनी ने ही की थी। ताकि मैगडोनिल उसके दिल से अपना खयाल निकाल दे। असर उलटा हुआ और मैगडोनिल रोम के एक सराय में आ ठहरी। मैजिनी को वह दूर से प्रसन्न देखती मगर जब उसपर असफलताओं का वार हुआ तो वह उसे आ मिली।